गृह मंत्री अमित शाह ने सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों को जम्मू में ‘एरिया डोमिनेशन-प्लान’ और ‘ज़ीरो टेरर प्लान’ के जरिए कश्मीर घाटी में हासिल की गई सफलता को ‘दोहराने’ के निर्देश दिए हैं. गृह मंत्री ने सभी एजेंसियों को ‘मिशन मोड’ में काम करने और समन्वित तरीके से त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने पर बल दिया
गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को राजधानी दिल्ली में जम्मू और कश्मीर में सुरक्षा परिदृश्य की समीक्षा के लिए एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल, जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा,थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे, केन्द्रीय गृह सचिव, आईबी डायरेक्टर, सेनाध्यक्ष (नामित) लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी, केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के महानिदेशक, जम्मू और कश्मीर के मुख्य सचिव एवं पुलिस महानिदेशक सहित अनेक वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.
ये मीटिंग हाल में जम्मू क्षेत्र में हुई एक के बाद एक आतंकी हमलों के मद्देनजर की गई है. साथ ही इस महीने के आखिर (29 जून) से राज्य में शुरु हो रही अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा की भी समीक्षा की गई. माना जा रहा है कि इस साल योग दिवस (21 जून) कश्मीर में मनाने जा रहे हैं. (जम्मू रीजन में आतंक जिंदा करने की साजिश !)
बैठक में गृह मंत्री ने कहा कि जम्मू और कश्मीर में “आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई निर्णायक दौर में है. हाल ही में (जम्मू में) हुई घटनाएं बताती हैं कि आतंकवाद बड़ी संगठित आतंकी हिंसाओं से सिमट कर छद्म लड़ाई तक सीमित होने के लिए मजबूर हो गया है लेकिन हम इसको भी जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए संकल्पित हैं.”
अमित शाह ने सुरक्षा एजेंसियों के बीच ‘निर्बाध समन्वय’ पर जोर देते हुए संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान और उनकी सुरक्षा पर ध्यान देने के निर्देश दिए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आतंकवाद के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति को दोहराते हुए गृह मंत्री ने कहा कि जम्मू और कश्मीर से आतंकवाद के सफाये के लिए सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी.
गृह मंत्री ने जम्मू और कश्मीर में रिकॉर्ड मतदान के साथ लोकसभा चुनाव सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए जम्मू और कश्मीर प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों की भी सराहना की.
गृह मंत्री ने स्थानीय खुफिया नेटवर्क को मजबूत करने, सुरंगों का पता लगाने और ड्रोन का मुकाबला करने के लिए आधुनिक तकनीक अपनाने पर जोर दिया. उन्होंने सुरक्षा एजेंसियों को भारत सरकार के पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया.
गृह मंत्री ने कहा कि सरकार के प्रयासों से कश्मीर घाटी में आतंकी घटनाओं में महत्वपूर्ण कमी के साथ-साथ बड़े पैमाने पर सकारात्मक परिणाम देखने को मिले हैं. उन्होंने कहा कि कश्मीर में रिकॉर्ड संख्या में पर्यटकों का आना वहां कानून-व्यवस्था की स्थिति में सुधार को दिखाता है.