अमेरिका में आम चुनाव से पहले पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की पर बड़ा कटाक्ष किया है. ट्रंप ने जेलेंस्की को दुनिया के सभी नेताओं में सबसे बड़ा ‘सेल्समैन’ करार दिया है जिसकी पैसों की भूख शांत नहीं हो रही है.
अपने बेबाक बयानों के लिए प्रसिद्ध ट्रंप ने ऐलान कर दिया है कि अगर वे राष्ट्रपति का चुनाव जीते तो यूक्रेन को एक पैसा नहीं देंगे. ट्रंप का बयान ऐसे समय में आया है जब हाल ही में अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद का ऐलान किया है. ट्रंप ने कहा कि “जेलेंस्की सबसे बड़े सेल्समैन हैं. हर बार जब वो हमारे देश आते हैं तो 60 बिलियन डॉलर लेकर चले जाते हैं. अगर मैं अमेरिकी का राष्ट्रपति होता तो रूस-यूक्रेन का युद्ध रुकवा देता. मैं होता तो यूक्रेन को दिया जाने वाला वित्तपोषण खत्म कर देता.”
इसी हफ्ते अमेरिका की अगुवाई में जी-7 देशों ने यूक्रेन के लिए 50 बिलियन डॉलर का लोन देने की घोषणा की है. ये लोन अमेरिका और दूसरे पश्चिमी देशों में सीज किए गए रुसी बैंक अकाउंट और संपत्तियों से अर्जित की जाएगी.
अमेरिका के चुनाव में इस बार ट्रंप मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडेन को चुनौती देने वाले हैं. इस साल नवंबर के महीने में अमेरिका में चुनाव होने वाले हैं. चुनाव में जो बाइडेन के खिलाफ रिपब्लिकन पार्टी की ओर से डोनाल्ड ट्रंप उम्मीदवार बनाए गए हैं. डोनाल्ड ट्रंप हमेशा अपने प्रचार में रूस-यूक्रेन युद्ध का मुद्दा उठा रहे हैं. और जिस तरह से यूक्रेन के राष्ट्रपति को अमेरिका की ओर से आर्थिक सहायता दी जा रही है, उस पर सवाल खड़े कर रहे हैं.
जेलेंस्की सबसे बड़े सेल्समैन हैं: ट्रंप
पिछले करीब ढाई साल में रूस और यूक्रेन युद्ध में अमेरिका ने खुलकर यूक्रेन का साथ दिया है. अमेरिका, यूक्रेन को रूस के खिलाफ आर्थिक और सैन्य मदद भी कर रहा है. लेकिन अब डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि जब वो राष्ट्रपति बनेंगे तो “यूक्रेन को एक पैसा भी नहीं देंगे.” अपने ताजा बयान में ट्रंप ने यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की को सेल्ममैन बताते हुए कहा है कि “मुझे लगता है कि ज़ेलेंस्की शायद अब तक के किसी भी नेताओं में सबसे बड़े सेल्समैन हैं. हर बार जब वह हमारे देश में आते हैं तो 60 बिलियन डॉलर लेकर चले जाते हैं.”
24 घंटे में रूस-यूक्रेन युद्ध समाप्त करवा दूंगा: ट्रंप
ये कोई पहला मौका नहीं है जब डोनाल्ड ट्रंप जेलेंस्की के खिलाफ आगबबूला हुए हों. इस साल मार्च के महीने में हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओर्बन के साथ मीटिंग में भी ट्रंप ने कहा था कि वो 24 घंटे में रूस-यूक्रेन का युद्ध समाप्त करवा सकते हैं. हंगरी के पीएम विक्टर और डोनाल्ड ट्रंप अच्छे मित्र माने जाते हैं. दोनों की मुलाकात फ्लोरिडा में हुई थी. इस दौरान हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओर्बन ने दावा किया है कि ट्रम्प ने एक बैठक के दौरान उनसे कहा था कि “वह यूक्रेन में युद्ध के लिए एक पैसा भी नहीं देंगे. जिसकी वजह से युद्ध समाप्त हो जाएगा, क्योंकि यूक्रेन बिना अमेरिका की मदद से युद्ध नहीं लड़ सकता है. क्योंकि अमेरिका के बिना अकेले कोई नाटो देश यूक्रेन का वित्तपोषण नहीं कर पाएंगे.”
पुतिन-शी जिनपिंग बुद्धिमान और शक्तिशाली: ट्रंप
डोनाल्ड ट्रंप ने कुछ दिनों पहले अमेरिका के कट्टर दुश्मन रूस और चीन के राष्ट्रपति की तारीफ करके खलबली मचा दी थी, रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर अमेरिका और रूस में भारी तनाव के बीच ट्रंप ने पुतिन और जिनपिंग की तारीफ की. ट्रंप ने व्लामिदिर पुतिन और शी जिनपिंग को “बहुत बुद्धिमान और शक्तिशाली व्यक्ति” बताया था. ट्रंप ने कहा कि दोनों ही नेता बुद्धिमान और शक्तिशाली हैं, जो अपने देश को सफल बनाना चाहते हैं.
व्लादिमीर पुतिन भी कर चुके हैं ट्रंप की तारीफ
अमेरिकन टेलीविजन होस्ट टकर कार्लसन को दिए इंटरव्यू में पुतिन ने भी डोनाल्ड ट्रंप की तारीफ की थी. पुतिन ने कहा था कि अमेरिका में रिपब्लिकन उम्मीदवार यूक्रेन से सैन्य और वित्तीय सहायता वापस लेने की बात कह रहे हैं. ट्रंप प्रशासन रूस-यूक्रेन के युद्ध का समाधान कर सकता है.
ट्रंप के खिलाफ अमेरिकी नागरिक खड़े हों: जेलेंस्की
रूस के समर्थन में दिए जा रहे ट्रंप के बयान पर कुछ दिनों पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने भी प्रतिक्रिया दी थी. जेलेंस्की ने कहा, “अगर राष्ट्रपति बनने के बाद ट्रंप ने यूक्रेन के बजाए रूस का समर्थन किया तो एक तरह से अमेरिकी नागरिकों के खिलाफ खड़े होना होगा.” जेलेंस्की ने कहा कि “मुझे ये नहीं समझ आता कि डोनाल्ड ट्रंप रूसी राष्ट्रपति पुतिन का समर्थन कैसे कर सकते हैं. यह अविश्वसनीय है. ट्रंप अभी तक पुतिन की मंशा को समझ नहीं पाए हैं. मुझे लगता है कि ट्रंप, पुतिन को जानते ही नहीं हैं. मुझे नहीं लगता कि ट्रंप इस बात समझते हैं कि पुतिन कभी नहीं रुकेंगे.”
ट्रंप के ताजा बयान के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर नई बहस शुरु हो चुकी है. सवाल है कि जिस तरह से ट्रंप ये दावा कर रहे हैं कि अगर वो राष्ट्रपति होते तो 24 घंटे में युद्ध रुक जाता. इसके पीछे तर्क क्या है? ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति होते तो वो क्या समाधान निकालते? यूक्रेन का रूस से समझौता करवाते और क्या यूक्रेन से पूर्वी हिस्से को रूस को देने को कहते या यूक्रेन को रूस के आगे सरेंडर कर देने के लिए कहते ?
गौरतलब है कि जब ट्रंप चुनाव जीतकर अमेरिका के राष्ट्रपति बने थे तो उनके खिलाफ बाकायदा जांच हुई थी. जांच इस बात की क्या ट्रंप, पुतिन के एजेंट हैं और चुनाव में रुस की मदद से राष्ट्रपति बने हैं. हालांकि, जांच में ट्रंप को क्लीन-चिट मिल गई थी.