July 5, 2024
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पुलवामा अटैक: छेड़ोगे तो छोड़ेंगे नहीं

छेड़ोगे तो छोड़ेंगे नहीं ! इसी तर्ज पर भारत ने पुलवामा हमले का बदला पाकिस्तान में बालाकोट एयर-स्ट्राइक से लिया था. पुलवामा हमले ने कश्मीर में पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद के ताबूत में आखिरी कील की तरह काम किया. बालाकोट अटैक के बाद से पाकिस्तान की घिग्घी बंधी हुई है और एलओसी पर शांति बनाए रखने के लिए युद्ध-विराम समझौता भी कर लिया है. 

पुलवामा हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान हुए थे वीरगति को प्राप्त
तारीख थी 14 फरवरी 2019, आज से 5 साल पहले पुलवामा में जो कुछ भी हुआ वो कोई भी देशवासी नहीं भूल पाएगा. पुलवामा में हुआ था सुरक्षाबलों पर बड़ा आतंकी हमला. पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के आतंकियों ने पुलवामा जिले में सीआरपीएफ के काफिले पर आत्मघाती हमला किया. हमले में 40 सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए. एक झटके में भारत माता के 40 शूरवीर शहीद हो गए. किसी ने अपना पति खोया, तो किसी ने अपने पिता को खो दिया, किसी ने भाई तो किसी ने बेटा. ये ऐसा हमला था जिसने हिंदुस्तान को ललकारा. इस हमले के बाद भारत की वीरता का चैप्टर पूरी दुनिया ने देखा. सिर्फ 12 दिनों के अंदर भारत ने पाकिस्तान से ऐसा बदला लिया की पाकिस्तान में छिपे बैठे आतंकियों की रूह तक कांप गई.

शूरवीरों को याद कर रहा है देश
अबू धाबी में मौजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुलवामा के शहीदों को श्रद्धांजलि दी. एक्स पोस्ट पर पीएम मोदी ने कहा- “मैं पुलवामा में शहीद हुए वीरों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं. हमारे राष्ट्र के लिए उनकी सेवा और बलिदान को हमेशा याद रखा जाएगा” केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “मैं पुलवामा के वीर शहीदों को नमन करता हूं, जिन्होंने हमारी मातृभूमि के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए. उनके सर्वोच्च बलिदान को सदैव याद रखा जायेगा.राष्ट्र सदैव हमारे बहादुरों का ऋणी रहेगा” राहुल गांधी ने भी हमले में जान गंवाने वाले जवानों को नमन किया. राहुल गांधी ने लिखा- “पुलवामा आतंकवादी हमले के वीर शहीदों को सलाम और विनम्र श्रद्धांजलि. भारत की रक्षा के लिए समर्पित उनके सर्वोच्च बलिदान के लिए देश हमेशा उनका ऋणी रहेगा.”

भारत के लिए ‘ब्लैक डे’ था 14 फरवरी 2019
14 फरवरी 2019 को सुबह 78 बसों से 2500 से ज्यादा सीआरपीएफ जवानों का काफिला जम्मू से श्रीनगर की ओर जा रहा था. आतंकियों के पास इस बात की पुख्ता जानकारी थी, कि बस का रूट क्या है और कितने जवान हर बस में हैं. दोपहर 3 बजे जब काफिला श्रीनगर से महज 30 किलोमीटर की दूरी पर ही था. तभी सीआरपीएफ के काफिले में जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती आतंकी आदिल अहमद डार ने 200 किलो से ज्यादा विस्फोटक से भरी कार बस से भिड़ा दी, पलक झपकते ही तेज धमाका हुआ. धमाका इतना तेज था कि गूंज कई किलोमीटर दूर तक सुनाई दी. धमाके के बाद पूरे इलाके में धुआं धुआं फैल गया. काफिले में तैनात जवान अलर्ट हुए पर तब तक हमारे 40 जवान वीरगति को प्राप्त हो गए, जबकि 35 जवान घायल हो गए. सीआरपीएफ की 76वीं बटालियन के 40 जवानों की शहादत के बाद देश में पाकिस्तान के खिलाफ गुस्सा था. एक के बाद एक जवानों के पार्थिव शरीर को जब विशेष विमान से दिल्ली लाया गया तो प्रधानमंत्री मोदी प्रोटोकॉल तोड़कर एयरपोर्ट पर शूरवीरों को नमन करने पहुंचे थे.

पीएम मोदी ने दी थी सेना को खुली छूट
पुलवामा आतंकी वारदात ऐसी घटना थी, जिसने हर किसी को आंसुओं में भिगो दिया था. एक के बाद एक 40 वीर जवानों के पार्थिव शरीर के ताबूत. शूरवीरों के घरों से निकलने वाली मार्मिक चीखों ने देश को झकझोर दिया था. प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों ने वादा किया कि ‘सभी आंसुओं का बदला लिया जाएगा. पीएम मोदी ने कहा- मैं भी अपने दिल में वही आग महसूस करता हूं, जो आपके अंदर भड़क रही है. पुलवामा अटैक के बाद पीएम मोदी ने सेना और सुरक्षाबलों को पूर्ण स्वतंत्रता दे दी कि दुश्मन के खिलाफ कब और कैसे प्रतिशोध लिया जाना है. 14 फरवरी को पुलवामा हमले के बाद एक दिन बाद सुरक्षा मामलों पर कैबिनेट कमेटी की बैठक हुई. इसमें पीएम नरेंद्र मोदी को पाकिस्तान से बदला लेने के विकल्प बताए गए. उरी हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक की थी. लिहाजा पाकिस्तान से दूसरी तरह से बदला लेने के तरीके की प्लानिंग की गई.  

बालाकोट सर्जिकल स्ट्राइक से कांपा पाकिस्तान
पुलवामा हमले के महज 12 दिन बाद 26 फरवरी को रात में तीन बजे भारत ने वो कर दिखाया जो पाकिस्तान ने सपने में नहीं सोचा होगा. 12 मिराज-2000 फाइटर जेट्स एलओसी को पार कर पाकिस्तान में घुस गए. बालाकोट में मौजूद जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर बम बरसाए. पूरी तरह से नष्ट कर दिया. इस हमले में तकरीबन 300 आतंकी मारे गए थे. एयर-स्ट्राइक में इजरायल के स्पाइस बम बरसाए गए थे.

दरअसल उरी हमले के बाद भारत की सर्जिकल स्ट्राइक एक्शन के बाद पाकिस्तान एलओसी पर अलर्ट था लेकिन पाकिस्तान को अंदाजा ही नहीं था कि भारत हवाई हमला करेगा. एयर-स्ट्राइक से 2 दिन पहले मिराज 2000 फाइटर जेट के साथ नेत्रा (एडब्लूएसीएस अवैक्स) की भी तैनाती की गई. इन्हें ग्वालियर में तैनात किया गया था. एयर-स्ट्राइक से पहले आगरा और बरेली एयरबेस को अलर्ट पर रखा गया. 25 फरवरी की शाम एयर-स्ट्राइक में हिस्सा ले रहे पायलट और सपोर्ट-स्टाफ के फोन बंद कर दिए गए. 26 फरवरी 2019 की देर रात मिराज 2000 ने ग्वालियर से उड़ान भरी. इस दौरान पाकिस्तान एयर डिफेंस सिस्टम पर कड़ी नजर रखी जा रही थी. 12 मिराज लड़ाकू विमान रात तीन बजे पाकिस्तान की सीमा में दाखिल हुए. जिसके बाद पाकिस्तानी एयरफोर्स ने फाइटर जेट एफ 16 को सक्रिय किया, पर तब तक हिंदुस्तानी एयरफोर्स के जांबाज पायलट, जैश के आतंकियों का काम तमाम कर चुके थे. बालाकोट एयर-स्ट्राइक के प्लान को अंजाम देने की जिम्मेदारी पीएम मोदी ने एनएसए अजीत डोवल को दी थी. एनएसए और जेम्स बॉन्ड माने जाने वाले अजीत डोवल ने तत्कालीन वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ के साथ मिलकर हमले का प्लान तैयार किया था.

पाकिस्तान के खिलाफ पुलवामा अटैक के पुख्ता सबूत
पुलवामा हमले की जांच एनआईए ने की थी. एनआईए ने अपनी 13 हजार पन्नों की चार्जशीट में बताया कि कैसे आईएसआई और पाकिस्तान सरकार की एजेंसियों ने मसूद अजहर के साथ मिलकर साजिश रची थी. अटैक का मास्टरमाइंड मसूद अजहर और उसके भाइयों अब्दुल राउफ असगर, मौलाना अम्मार अल्वी को बत्या गया. इसके अलावा मोहम्मद इस्माइल, मोहम्मद अब्बास, बिलाल अहमद, शाकिर बशीर के नाम भी चार्जशीट में शामिल हैं चार्जशीट में बताया गया कि पाकिस्तान से कश्मीर घाटी में विस्फोटक भेजा गया. हमले में कश्मीर घाटी के आदिल अहमद डार और गाज़ी सहित 19 आतंकियों के नाम थे, जिनमें से कई आतंकियों को सेना अलग अलग ऑपरेशन में मार चुकी है. जांच में इस बात का भी खुलासा हुआ कि आऱडीएक्स को छोटी छोटी मात्रा में मंगवाया गया और विस्फोटक बनाने के लिए जिलेटिन की छड़े चोरी की गई थीं. 

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