इजरायल के ग्राउंड ऑपरेशन के सामने मुंह की खाने के बाद हमास के आतंकी अब गिड़गिड़ाने लगे हैं. हमास के कई कमांडर्स के मारे जाने और पूरी तरह से इजरायल के आगे पस्त होने के बाद हमास रहम की भीख मांग रहा है. 16 साल बाद गाज़ा पट्टी से हमास को इजरायली सेना ने उखाड़ फेंका है. हमास के संसद पर भी अब इजरायली सेना ने अपना झंडा बुलंद कर दिया है तो हमास आतंकी ने सीजफायर यानी युद्ध-विराम की पेशकश की है.
युद्ध-विराम के लिए गिड़गिड़ाया हमास
हमास के आर्म्ड विंग अल-कसम ब्रिगेड के प्रवक्ता अबू उबैदा ने हमास के टेलीग्राम चैनल पर एक रिकॉर्डेड ऑडियो मैसेज पोस्ट किया है. ऑडियो मैसेज में कहा गया है कि “हम पांच (05) दिनों के संघर्ष विराम के बदले 70 इजरायली बंधकों को रिहा करने के लिए तैयार हैं लेकिन संघर्षविराम में पूर्ण युद्ध-विराम होना चाहिए.” ऑडियो मैसेज में कहा गया, “पिछले हफ्ते कतर की मध्यस्थता से बंधकों को रिहा करने की कोशिश की गई थी, पर रिहाई के बदले पूरी तरह से संघर्ष विराम होना चाहिए. गाज़ा-पट्टी में हर तरह की मानवीय सहायता पहुंचाने की इजाजत दी जाए.”
हमास के खिलाफ ऑपरेशन नहीं युद्ध लड़ रहे: नेतन्याहू
हमास के युद्ध-विराम को इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने एक बार फिर ठुकरा दिया है. अपने सैनिकों से मिलने पहुंचे नेतन्याहू ने जवानों का जोश बढ़ाया. नेतन्याहू ने अपने सैनिकों से कहा कि “हमास के खिलाफ इजरायल कोई ऑपरेशन नहीं, बल्कि युद्ध लड़ रहा है, युद्ध तब तक जारी रहेगा जब तक हमास का पूरी तरह से अंत नहीं हो जाता.” नेतन्याहू ने कहा, “हमारा एक्शन कोई दिखावा नहीं, बल्कि दिल और दिमाग से लिया गया फैसला है. अगर हमने इन्हें खत्म नहीं किया तो ये लोग फिर से वापस आ जाएंगे.”
हमास संसद पर इजरायली झंडा लहराया
युद्ध के 40वें दिन गाज़ा के अधिकतर हिस्से में इजरायली सैनिक नजर आ रहे हैं. गाज़ा में हमास के संसद पर भी इजरायली सैनिकों ने अपना डेरा जमा लिया है. इजरायली सेना ने संसद पर इजरायल का झंडा फहराया है. इजरायली सेना ने एक तस्वीर शेयर की है जिसमें हमास की संसद में स्पीकर की कुर्सी पर सैनिक बैठे नजर आ रहे हैं. हमास के संसद के अंदर इजरायली झंडा लेकर सैनिक मौजूद हैं. इजरायली सेना के मुताबिक- गोलानी ब्रिगेड ने संसद पर कब्जा किया है.
गाजा पट्टी पर अब हमारा कब्जा- इजरायल
इजरायल के रक्षामंत्री योव गैलेंट ने बड़ा दावा किया है. योव गैलेंट के मुताबिक हमास ने गाज़ा पट्टी से 16 साल बाद अपना नियंत्रण खो दिया है. रक्षा मंत्री के मुताबिक, “27 अक्टूबर को जमीनी हमले के बाद से आईडीएफ (इजरायली डिफेंस फोर्सेज) गाज़ा पट्टी में लगातार आगे बढ़ रहा है. हमास के आतंकी दक्षिणी गाज़ा की ओर भाग रहे हैं और नागरिक हमास के ठिकानों को लूट रहे हैं. हालांकि रक्षा मंत्री ने ये आरोप लगाया है कि गाज़ा के अस्पतालों के अंदर हमास आतंकियों ने इजरायली हमले के दौरान बंधक बनाए लोगों को रखा है.
हमास का टेरर-रोस्टर
इजरायली डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) के प्रवक्ता एडमिरल डैनियल हगारी ने गाज़ा पट्टी के कैंसर रोगियों के बच्चों के एक अस्पताल का जायजा लिया है. डेनियल हगारी गाज़ा के रैनटिसी अस्पताल के बेसमेंट में हमास लड़ाकों के कमांड सेंटर तक गए. कमांड सेंटर में हथगोले, आत्मघाती जैकेट और ग्रेनेड, एके-47 असॉल्ट राइफलें, विस्फोटक उपकरण, आरपीजी और कई खतरनाक हथियारों को रखा गया था. एडमिरल डेनियल हगारी ने हमास की एक सुरंग भी दिखाई, जो दूसरी ओर गाज़ा के रैनटिसी अस्पताल में बाहर निकलती है. हमास की सुरंग कमांडर के घर में बनी थी, जिसे इजरायली सेना ने तबाह कर दिया है. एडमिरल हगारी ने दावा किया कि अस्पताल के बेसमेंट में ही हमास ने बंधकों को छिपा रखा था. बेसमेंट में हमास आतंकियों ने एक पोस्टर भी लगाया हुआ था, जिसमें लिखा था, हम इजरायल के खिलाफ ऑपरेशन में हैं. 7 अक्टूबर यानी जिस दिन आतंकियों ने इजरायल पर अटैक किया, उस दिन का एक ‘ड्यूटी’ का कैलेंडर भी मिला है
युद्ध के 40वें दिन इजरायल की जंग एक निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुकी है. माना जा रहा है कि आईडीएफ जल्द ही बंधकों छुड़ा लेगी. नेतन्याहू के रुख से साफ है कि हमास के युद्ध-विराम की अपील का उन पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा. नेतन्याहू एक एक नागरिकों की मौत का बदला लेकर रहेंगे.