रूस-यूक्रेन युद्ध से एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है. रूस के दो सैनिकों ने शराब ने देने के चलते नौ (09) लोगों की निर्मम हत्या कर दी. रूस की जांच एजेंसियों ने नरसंहार के आरोप में दोनों सैनिकों को गिरफ्तार कर लिया है.
नरसंहार की ये घटना सामने आई है डोनबास प्रांत में, जिसे रूस ने पिछले साल फरवरी (2022) में यूक्रेन से छीन लिया था. जानकारी के मुताबिक, इस इलाके में तैनात दो सैनिक शराब मांगने के लिए दोनेत्स्क क्षेत्र के वोलनोवाखा में एक घर पर गए थे. उस दौरान घर के लोग किसी का जन्मदिन मना रहे थे. आरोपी सैनिकों ने घरवालों से शराब की मांग की थी. लेकिन घरवालों ने सैनिकों को शराब देने से मना कर दिया. गुस्साए सैनिक उस वक्त तो वहां से चले गए लेकिन रात में नाइट विजन डिवाइस और साइलेंसर लगी गन लेकर आए और घर के नौ लोगों की हत्या कर दी. मारे जाने वालों में दो बच्चे भी शामिल हैं.
वोलनोवाखा शहर में जहां ये घटना हुई है वहां के लोगों के मुताबिक, पीड़ित परिवार मूनशाइन यानि शराब बनाने और बेचने का धंधा करता था. परिवार ने आरोपी सैनिकों को शराब उधार में देने से मना कर दिया था. उधार न देने से गुस्साए सैनिकों ने रात में परिवार के सभी सदस्यों को मौत के घाट उतार दिया.
रूसी सेना की मिलिट्री पुलिस ने दोनों आरोपी सैनिकों को हिरासत में लेकर जांच शुरु कर दी है. दोनों आरोपी सैनिक रूस के सुदूर-पूर्व क्षेत्र के रहने वाले हैं और सेना में कॉन्ट्रैक्ट पर काम करते हैं.
वोलनोवाखा डोनबास के सबसे बड़े शहर दोनेत्स्क से करीब 50 किलोमीटर की दूरी पर है. फरवरी 2022 में जब रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन पर हमला करने का आदेश दिया था (स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन) तब पूरे डोनबास क्षेत्र को आजाद घोषित कर दिया था. पुतिन ने डोनबास को दोनेत्स्क और लुहांस्क नाम के दो अलग-अलग देशों में बांट दिया था. दोनों ही देशों में रूस समर्थित मिलिशिया का शासन था. लेकिन सितंबर 2022 में पुतिन ने दोनों ही देशों में जनमत-संग्रह कराकर पूरे डोनबास क्षेत्र को रूस में मिला लिया था. यूक्रेन ने इस जनमत संग्रह को गैर-कानूनी और एक बड़ी धांधली बताया था.
डोनबास के उन इलाकों में अभी भी दोनों देशों में युद्ध जारी है जो यूक्रेन की सीमा से सटे हैं. डोनबास के एक दूसरे बड़े शहर खेरसोन को यूक्रेनी सेना ने रूस से वापस छीन लिया है. यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की साफ कर चुके हैं कि जब तक डोनबास और क्रीमिया को रूस से वापस नहीं ले लेते हैं जंग जारी रहेगी.