छत्तीसगढ़ में डीआरजी जवानों पर हुए हमले के बाद गुरुवार को हुआ एक बड़ा एनकाउंटर. सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में 12 नक्सलियों को मार गिराया गया है.
दक्षिण बीजापुर के जंगल में नक्सल विरोधी अभियान के लिए टीम पर सर्च ऑपरेशन के दौरान फायरिंग की गई थी. जिसके बाद सुरक्षाबलों को जवानों और नक्सलियों में भारी गोलीबारी हुई. देर शाम तक 12 नक्सलियों के शव बरामद किए गए हैं. सभी जवान सुरक्षित हैं.
बीजापुर के जंगल में मारे गए 12 नक्सली
31 मार्च 2026 तक छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद खत्म करने की डेडलाइन दी गई है. लिहाजा छत्तीसगढ़ में डीआरजी और सीआरपीएफ नक्सलियों के खिलाफ एक्शन ले रही है. ऐसे ही एक ऑपरेशन का अंजाम देने के लिए बीजापुर-सुकमा बॉर्डर पर जवान जंगल में उतरे थे. इस ऑपरेशन में तीन जिलों के जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी), कोबरा की पांच बटालियन और सीआरपीएफ की 229 वीं बटालियन के जवान शामिल थे.
जंगल में गश्त के दौरान नक्सलियों ने फायरिंग शुरु की, जिसके बाद जवानों ने नक्सलियों को घेर लिया. देर शाम तक ऑपरेशन चलता रहा. बाद में जंगल से 12 नक्सलियों के शव बरामद हुए. जानकारी के मुताबिक मुठभेड़ स्थल से एसएलआर और कई हथियार बरामद हुए हैं. इस ऑपरेशन में तीन जिले सुकमा, बीजापुर, दंतेवाड़ा के डीआरजी, कोबरा 205, 206, 208, 210 और 229 बटालियन के जवान शामिल थे.
जनवरी में अब तक छत्तीसगढ़ में 26 नक्सली मारे गए
इस महीने अलग-अलग मुठभेड़ों में 26 नक्सली मारे जा चुके हैं. 12 जनवरी को बीजापुर में सुरक्षाकर्मियों के साथ मुठभेड़ में दो महिलाओं समेत पांच नक्सली मारे गए थे. नक्सलियों को गिरफ्तार भी किया जा रहा है. वहीं कुछ नक्सलियों ने सरेंडर भी किया है. आंकड़ों पर गौर किया जाए तो पिछले साल छत्तीसगढ़ में 219 नक्सली ढेर किए गए थे.
6 जनवरी को नक्सलियों ने किया था बड़ा हमला
इसी महीने की 6 तारीख को छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के काफिले पर हमला किया था जिसमें डीआरजी के 8 जवान और एक ड्राइवर शहीद हो गए. यह हमला एंटी-नक्सली ऑपरेशन के दौरान हुआ. जवानों की टीम कुटरू थाना के गांव अंबेली के पास पहुंची थी, वे कुटरू-बेद्रे रोड पर थे जब उनपर हमला किया गया. नक्सलियों ने आईईडी लगाकर ब्लास्ट किया. बताया जा रहा है कि विस्फोटक लदे वाहन को सुरक्षाबलों के काफिले के पास विस्फोट किया गया, जिससे वाहन के परखच्चे उड़ गए थे.