इजरायल और हमास में छिड़ी जंग के शुरुआत से ही तनाव के मिडिल ईस्ट में फैलने की आशंका जताई जा रही थी और ये तनाव और बढ़ चुका है. ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों की वजह से लाल सागर में संकट बरकरार है तो अब जॉर्डन में सीरिया-बॉर्डर के पास हुए ड्रोन अटैक में 3 अमेरिकी सैनिकों की मौत के बाद अमेरिकी के एक बड़े पलटवार की आशंका है. माना जा रहा है अमेरिकी सैनिकों की मौत के बाद जॉर्डन में सीरिया बॉर्डर पर अमेरिका एक बड़ी सैन्य कार्रवाई कर सकता है.
अमेरिकी सैनिकों के हमले के पीछे ईरान: जो बाइडेन
ऐसा पहली बार है, जब जॉर्डन में अमेरिकी सैन्य ठिकाने पर अटैक हुआ है, जॉर्डन में जिस क्षेत्र में यूएस आउटपोस्ट पर हमले हुए हैं, उसकी सीमा सीरिया से लगती है. टावर-22 पर ड्रोन अटैक हुआ. हमला सीरिया से किया गया था. ईरान समर्थित हथियारबंद समूह ने हमले को अंजाम दिया है. 03 सैनिकों की मौत के अलावा 20 से ज्यादा सैनिक हमले में घायल हुए हैं. एयरबेस भी तहस नहस हो गया है. दरअसल सीरिया बॉर्डर पर ये तनाव अक्टूबर महीने से है, जब अमेरिका ने सीरिया बॉर्डर पर एयर-स्ट्राइक करके आतंकियों पर कड़ा एक्शन लिया था. राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अमेरिकी सैनिकों पर हुए ड्रोन अटैक के लिए सीधे सीधे ईरान को जिम्मेदार ठहराया है. अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा है कि जिस ड्रोन अटैक में अमेरिका के सैनिक मारे गए हैं, उसे ईरान समर्थित आतंकियों ने अंजाम दिया. अमेरिका ने कहा है कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अडिग हैं. आतंकियों के खिलाफ लड़ाई हम बंद नहीं करेंगे.
एक-एक से लेंगे बदला: बाइडेन
जो बाइडेन ने अमेरिकी सैनिकों की तारीफ करते हुए कहा, “जिन तीन अमेरिकी सदस्यों को हमने खोया है, वो देशभक्त थे और उनके सर्वोच्च बलिदान को हम कभी नहीं भूलेंगे. हम मिलकर उनके परिवारों की जिम्मेदारी उठाएंगे. हम उन सभी जिम्मेदार लोगों को एक समय और अपने तरीके से बदला लेंगे. एक-एक से चुनकर लेंगे बदला.”
अमेरिका के करीब 3,000 सैनिक जॉर्डन में तैनात
अमेरिकी सुरक्षाबल लंबे समय से जॉर्डन में बेस बनाए हुए हैं. जॉर्डन में तनावपूर्ण स्थिति के चलते अमेरिकी सेना सहायता मिशन के तहत पोस्ट पर तैनात है. अमेरिका के करीब 3,000 सैनिक जॉर्डन में तैनात हैं. जॉर्डन की सीमाएं इराक, इजराइल, फिलिस्तीन के वेस्ट बैंक, सऊदी अरब और सीरिया से लगी हुई हैं.
अमेरिकी बॉर्डर पर हो सकता है बड़ा अटैक: ट्रंप
अमेरिकी के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका की सीमाओं पर बड़े आतंकी हमले को लेकर बड़ी आशंका जताई है. ट्रंप ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, “तीन साल पहले तक अमेरिका की सीमाएं मजबूत थी, लेकिन अब सीमाएं उतनी सुरक्षित नहीं हैं, तबाही का इंतजार हो रहा है.” दरअसल ट्रंप का ये बयान अमेरिकी-मैक्सिको बॉर्डर पर हो रहे समझौते को लेकर है. ट्रंप ने लिखा- कोई बड़ा हमला किया जा सकता है.
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