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पहली बार दिखेगी Rafale की लाइव फायरिंग

देश में पहली बार रफाल (राफेल) फाइटर जेट अपना शक्ति-प्रदर्शन दिखाने जा रहा है. मौका होगा भारतीय वायुसेना की वायुशक्ति एक्सरसाइज का जो इस महीने की 17 तारीख को राजस्थान के पोखरण में होने जा रही है.  भारत के आसमान में रफाल लड़ाकू विमान को मीका मिसाइल फायर करते हुए देखा जा सकेगा.

वायुसेना के सह-प्रमुख एयर मार्शल ए पी सिंह के मुताबिक, तीन साल में एक बार होने वाली वायुशक्ति युद्धाभ्यास में 100 से ज्यादा एयरक्राफ्ट हिस्सा ले रहे हैं. इनमें रफाल, तेजस, सुखोई, मिग-29, मिराज 200 और जगुआर सहित कुल 77 फाइटर जेट हैं और 41 हेलीकॉप्टर शामिल होंगे. एक्सरसाइज में 05 मिलिट्री ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट भी शिरकत करेंगे. सह-वायुसेनाध्यक्ष के मुताबिक, करीब दो घंटे चलने वाली इस एक्सरसाइज में भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान, अटैक हेलीकॉप्टर और मिसाइल 4-50 टन बारूद की बरसात आसमान से करेंगे.

भारतीय वायुसेना ने फ्रांस से जो 36 रफाल लड़ाकू विमान खरीदें हैं उसके साथ एमबीडीए कंपनी की मीका एयर टू एयर मिसाइल भी ली थी. इसके अलावा मीटियोर (लंबी दूरी की आसमान से आसमान में मार करने वाली मिसाइल) और स्कैल्प (आसमान से जमीन पर मार करने वाली) मिसाइल भी ली थी. इन तीनों मिसाइलों से लैस होने के चलते ही रफाल फाइटर जेट को दुनियाभर में बेहद घातक फाइटर जेट माना जाता है.

वायुशक्ति इंडियन एयरफोर्स की सबसे बड़ी फायर पावर डेमो एक्सरसाइज है जो 1954 से चलती आ रही है. आखिरी बार ये एक्सरसाइज वर्ष 2019 में हुई थी. इस एक्सरसाइज के महज 10 दिन के भीतर यानी 26 फरवरी को भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान में घुसकर बालाकोट एयर-स्ट्राइक की थी. टीएफए के इस सवाल पर कि क्या इस बार भी वायुसेना कोई रियल फायर पावर इस्तेमाल कर सकती है, एयर मार्शल ए पी सिंह ने नो कमेंट कह कर सवाल को टाल दिया. 2019 की वायु-शक्ति एक्सरसाइज के दौरान रफाल फाइटर जेट ने शिरकत नहीं की थी. क्योंकि तब तक रफाल वायुसेना को फ्रांस से नहीं मिले थे. 

वायुसेना के मुताबिक, एक्सरसाइज के दौरान स्वदेशी एलसीए तेजस फाइटर जेट एयर टू एयर मिसाइल आर-73 फायर करेगा. इसके अलावा स्वदेशी आकाश और समर मिसाइल सिस्टम भी अपनी ताकत का परिचय देंगी. पहली बार अमेरिका से लिए अपाचे हेलीकॉप्टर और थलसेना के स्वदेशी रुद्र हेलीकॉप्टर भी फायरिंग करते हुए दिखाई पड़ेंगे. इस दौरान 500-600 वायु-योद्धा पोखरण में मौजूद रहेंगे. वायुशक्ति एक्सरसाइज के दौरान जोधपुर, फलोदी, नाल, जैसलमेर, हिंडन और आगरा जैसे एयरबेस पूरी तरह एक्टिव रहेंगे. वायुसेना ने अभी से पूरे राजस्थान में नोटम जारी कर दिया है. इसके मायने ये हैं कि 3 फरवरी से राजस्थान नो-फ्लाई जोन रहेगा. क्योंकि शनिवार (3 फरवरी) से वायुसेना की प्रैक्टिस शुरु हो जाएगी और 14 फरवरी को युद्धाभ्यास की फुल ड्रेस रिहर्सल भी होगी. 

वायुशक्ति का थीम रखा गया है नाभस वज्र प्रहार यानी आसमान से वज्र-प्रहार जिसमें यूएवी भी सपोर्ट-रोल में रहेंगे. वायुसेना के इस शक्ति प्रदर्शन के दौरान एयर फोर्स चीफ के अलावा रक्षा मंत्री तो मौजूद रहेंगे ही, संभावना इस बात की भी है कि राष्ट्रपति या फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद रहे सकते हैं. क्योंकि वायुसेना ने देश की पॉलिटिकल लीडरशिप को भी इस एक्सरसाइज को देखने के लिए पोखरण आमंत्रित किया है. 

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