शराब घोटाले के आरोप में ईडी की गिरफ्त में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं. नया आरोप खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने लगाया है. पन्नू का आरोप है कि वर्ष 2014 में सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) नाम के (आतंकी) संगठन ने केजरीवाल को 16 मिलियन डॉलर (करीब 134 करोड़) का फंड दिया था ताकि दिल्ली बम धमाकों के आरोपी देवेंद्र पाल सिंह भुल्लर को जेल से रिहा किया जा सके.
प्रतिबंधित आतंकी संगठन (एसएफजे) के प्रमुख पन्नू ने वीडियो मैसेज जारी कर दिल्ली के मुख्यमंत्री पर सनसनीखेज आरोप लगाए हैं. केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (‘आप’) की तरफ से इन आरोपों पर कोई सफाई सामने नहीं आई है.
देवेंद्र पाल सिंह भुल्लर खालिस्तानी आतंकी है जो पिछले 25 सालों से जेल में बंद है. वर्ष 1993 में राजधानी दिल्ली में हुए बम धमाके में भुल्लर मुख्य आरोपी था और बाद में कोर्ट ने आरोप-सिद्ध होने पर फांसी की सजा सुनाई थी. हालांकि, 2014 में सुप्रीम कोर्ट ने भुल्लर की फांसी को आजीवन कारावास में तब्दील कर दी थी.
पन्नू के मुताबिक, 2014 में ही एसएफजे के प्रतिनिधियों ने केजरीवाल से न्यूयॉर्क में मुलाकात की थी. उस दौरान एसएफजे ने केजरीवाल को 16.70 मिलियन डॉलर (134 करोड़) रुपये का फंड दिया था. ये फंड भुल्लर को जेल से रिहा कराने के लिए दिया गया था. पन्नू का आरोप है कि पूरा एक दशक बीत गया है लेकिन न तो केजरीवाल और न ही पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भुल्लर को रिहा कराने में दिलचस्पी दिखाई है. भगवंत मान, केजरीवाल की ‘आप’ पार्टी से ही ताल्लुक रखते हैं. 2014 में भी केजरीवाल दिल्ली के सीएम थे.
अमेरिका में रहकर भारत विरोधी एजेंडा चलाने वाला पन्नू, इंडिया की मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल है. पन्नू को लेकर हाल के महीनों में भारत और अमेरिका के संबंधों में तल्खी आई है. अमेरिका का आरोप है कि भारत के एक (पूर्व) सरकारी अधिकारी ने पन्नू की हत्या की सुपारी एक भाड़े के हत्यारों को दी थी ताकि उसका मुंह बंद कराया जा सके. ये भाड़े का हत्यारा बाद में अमेरिका का सीक्रेट एजेंट निकला था (India-US संबंधों में दरार, आतंकी पन्नू बना वजह ?).
गौरतलब है कि इनदिनों सोशल मीडिया पर अरविंद केजरीवाल के नाम के एक चिट्ठी वायरल हो रही है जिसमें उनके द्वारा तत्कालीन राष्ट्रपति (2014) से भुल्लर की रिहाई को लेकर की गई कोशिशों का जिक्र है.
राजधानी दिल्ली में शराब घोटाले के आरोपों में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों में एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ईडी) ने अरविंद केजरीवाल को 21 मार्च को गिरफ्तार किया था. केजरीवाल और उनकी पार्टी ईडी के आरोपों को एक सिरे से खारिज करते आए हैं. फिलहाल, केजरीवाल ईडी की हिरासत में हैं और उनसे मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों को लेकर कड़ी पूछताछ जारी है.