ताइवान पर दबाव बनाने और डराने धमकाने के लिए चीनी युद्धाभ्यास के बाद अमेरिका हरकत में है. ताइवान को चारों ओर से घेरकर चीन ने नौसेना और वायुसेना का संयुक्त युद्धाभ्यास किया था. ताइवान के चौतरफा घेराव के बाद ताइवान को समर्थन करने वाले अमेरिका के भी कान खड़े हो गए हैं. माना जा रहा है कि अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन अगले सप्ताह चीनी रक्षा मंत्री डोंग जून से बातचीत करेंगे. ये मुलाकात सिंगापुर में होगी.
अमेरिकी-चीनी रक्षा मंत्री की मुलाकात होगा, क्या बात होगी ?
चीन का दो दिवसीय सैन्य युद्धाभ्यास खत्म हो चुका है. चीन ने ताइवान को घेरकर युद्धाभ्यास ऐसे वक्त में किया है जब ताइवान में चीन विरोधी राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति ने सत्ता संभाली है. ऐसे में अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन अगले सप्ताह सिंगापुर में होने वाले रक्षा सम्मेलन में चीन के अपने समकक्ष एडमिरल डोंग जून से मुलाकात करने वाले हैं. अमेरिकी रक्षा विभाग के मुख्यालय पेंटागन ने घोषणा की है. पेंटागन ने कहा कि ” लॉयड ऑस्टिन और चीनी एडमिरल डोंग जून की मुलाकात 31 मई से 2 जून तक शांगरी-ला डायलॉग के दौरान होगा. यह दुनिया भर के रक्षा अधिकारियों की एक वार्षिक सभा है.”
अप्रैल में ऑस्टिन और डोंग जून ने फोन पर बात की थी. जिसके बाद माना जा रहा था कि जल्द ही दोनों रक्षा मंत्री व्यापक मुद्दों पर एक दूसरे से मुलाकात करेंगे. नवंबर 2022 के बाद पहली बार ऑस्टिन चीन के रक्षा मंत्री से मुलाकात करेंगे. ऑस्टिन आखिरी बार उस वक्त के चीनी रक्षा मंत्री वेई फेंघे से आसियान रक्षा मंत्रियों की बैठक में मिले थे.
लॉयड ऑस्टिन और डोंग जून के बीच बैठक ऐसे वक्त में होगी जब ताइवान को मदद करने पर चीन, अमेरिका पर भड़का हुआ है. माना जा रहा है कि ताइवान भी दोनों रक्षा मंत्रियों के बीच बातचीत का मुद्दा हो सकता है.
अमेरिका-चीन में तनाव कम करने की कोशिश
अमेरिका लगातार चीन से तनाव कम करने की कोशिश में है. पिछले साल अमेरिका में चीन के जासूसी गुब्बारे को लेकर दोनों देशों में तनाव तब बढ़ गया था जब अमेरिकी लड़ाकू विमानों ने चीन के गुब्बारों को ध्वस्त कर दिया था. दोनों देशों में नंबर वन बनने की भी होड़ मची रहती है. पर पिछले साल नवंबर के महीने में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मुलाकात हुई थी. कैलिफोर्निया में दोनों राष्ट्रपतियों ने द्विपक्षीय मुद्दों पर कई सहमति बनाई थी और आपसी तनाव को कम करने के लिए बातचीत करने पर जोर दिया था. जिसके बाद पिछले महीने अप्रैल में ही अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने भी बीजिंग और शंघाई का दौरा किया था और अब सिंगापुर में अमेरिकी और चीनी रक्षा मंत्रियों की मीटिंग होगी.