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US नेशनल सिक्योरिटी पड़ी खतरे में, चीन रूस का नया पैंतरा

कुछ महीनों पहले ऐसी खबर आई थी कि अमेरिका के सैन्य बेस पर जासूसी सैटेलाइट से नॉर्थ कोरिया तस्वीरें ले रहा है. खबर ये भी आई थी कि चीन अपने जासूसी गुब्बारे के जरिए अमेरिका के सैन्य बेस की खुफिया जानकारी हासिल कर रहा है. पर अब जो खबर आई है, उसने अमेरिका को बेहद ही चिंतित कर दिया है. अमेरिका के दुश्मन देश चीन, रूस, ईरान और वेनेजुएला ने मिलकर अमेरिका के सैन्य बेस के आसपास जमीन खरीदी है. हालांकि ये जमीन खेती योग्य हैं पर कट्टर दुश्मन देशों के अमेरिका के मिलिट्री क्षेत्र में जमीन खरीदना मिलिट्री बेस और नेशनल सिक्योरिटी के लिए सबसे बड़ा खतरा है.

अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा पर सबसे बड़ा खतरा!
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिका के 19 मिलिट्री बेसों के आसपास चीन-रूस-ईरान और वेनेजुएला  ने करीब 4 करोड़ एकड़ जमीन खरीद रखी है. ये जमीनें अमेरिका में फार्मलैंड विकसित करने के लिए खरीदी गई हैं. पर सारी की सारी जमीनें वहीं खरीदी गई हैं, जहां पर आसपास अमेरिकी सेना क्षेत्र हैं. आशंका ये है कि चीन ने सोच-समझकर रणनीतिक जमीन खरीदी हैं क्योंकि ये जमीन अमेरिकी मिलिट्री बेस के आसपास ही हैं.

किस लोकेशन पर चीन ने खरीदी हैं अमेरिकी में जमीन?
फ्लोरिडा से लेकर हवाई (आईलैंड) तक चीन ने 19 अमेरिकी मिलिट्री बेस के नजदीक जमीन खरीद रखी है. जिनमें नॉर्थ कैरोलिना के फेयटविले स्थित फोर्ट लिबर्टी, टेक्सास के किलीन स्थित फोर्ट कैवाजोस, कैलिफोर्निया के सैन डिएगो स्थित पेंडलटन मरीन कॉर्प्स बेस कैंप और फ्लोरिडा के टांपा स्थित मैकडिल एयर फोर्स बेस अहम है. 

बताया जा रहा है कि ज्वाइंट बेस फोर्ट लेविस, ग्रांड फोर्क्स एयरफोर्स बेस, माएन आर्मी नेशनल गार्ड, हिल एयरफोर्स बेस, व्हाइटमैन एएफबी, फोर्ट लियोनॉर्ड वुड, राइट-पैटरसन एएफबी, नेवल स्टेशन नॉफोल्क, फोर्ट लिबर्टी, फोर्ट मूर, डगवे प्रूविंग ग्राउंड, फोर्ट इरविन, कैंप पेंडलेटन, यूमा पूर्विंग ग्राउंड, ओहाऊ हवाई मिलिट्री बेस, कैंप बुलिस, फोर्ट कैवेजोस, मैक्डिल एयरफोर्स बेस और पैट्रिक स्पेस फोर्स बेस के पास जमीनें खरीदी गई हैं.

फार्मिंग के नाम पर दुश्मन देश करेंगे अमेरिकी की जासूसी!
मिलिट्री बेस के नजदीक चीन, रूस और ईरान जैसे देशों के जमीन खरीदना अमेरिका के लिए इसलिए खतरा है क्योंकि इन लोकेशन के जरिए अमेरिका के ही दुश्मन देश जासूसी कर सकते हैं. आशंका जताई जा रही है कि खेती-बाड़ी के नाम पर चीन के जमीन मालिक ट्रैकिंग टेक्नोलॉजी, रडार, ड्रोन आदि तैनात कर सकते हैं. इनके जरिए वो अमेरिकी की जासूसी कर सकते हैं. साथ ही अहम जानकारियां दुश्मन देशों को भी शेयर कर सकते हैं. अमेरिकी एक्सपर्ट्स इस बात को मानते हैं कि क्योंकि जिन लोगों ने ये रणनीतिक तौर पर अहम जमीनें खरीदी है वो बेशक बहुत शक्तिशाली लोग हैं. जो राजनीतिक तौर पर भी दखलअंदाजी करने वाले लोग हो सकते हैं.

अमेरिका में घुसना चाहते हैं चीनी घुसपैठिए
चीनी घुसपैठियों ने पिछले कुछ वर्षों में अमेरिकी मिलिट्री बेस पर घुसपैठ करने की कोशिश की थी. न्यू मेक्सिको में मिसाइल रेंज में घुसपैठ की कोशिश की गई थी. इसके अलावा फ्लोरिडा के रॉकेट लॉन्च साइट के पास चीनी स्कूबा डाइवर्स पकड़े गए थे.

अब चीन, रूस, ईरान की जमीनों का अमेरिका के अंदर खुलासा होने के बाद इंटेलिजेंस एजेंसियों के कान खड़े हो गए हैं. क्योंकि भविष्य में अमेरिका के लिए ये घातक हो सकता है.

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