आर्थिक और राजनीतिक अस्थिरता झेल रहे दक्षिण अमेरिकी देश बोलीविया में सेना ने असफल तख्ता पलटने की कोशिश की. कुछ घंटों के ड्रामे के बाद ही बोलीविया के आर्मी चीफ और नौसेना के एक वाइस एडमिरल को गिरफ्तार कर लिया गया है. खास बात ये है कि इस महीने के शुरुआत में बोलीविया के राष्ट्रपति लुईस अर्स ने रूस का दौरा किया था और ब्रिक्स देशों के संगठन में शामिल होने की इच्छा जताई थी.
बुधवार को बोलीविया के राष्ट्रपति पैलेस को अचानक सैनिकों की बख्तरबंद गाड़ियां और टैंक ने घेर लिया. एक बख्तरबंद गाड़ी ने पैलेस के मेन गेट पर टक्कर भी मार दी. आर्मी चीफ जनरल जोन जोस जुनीगा ने पैलेस के बाहर मीडिया से बातचीत में बताया कि लोकतंत्र की रक्षा के लिए सरकार का तख्ता पलटा गया है.
इसी दौरान राष्ट्रपति लुईस ने आर्मी चीफ को बर्खास्त कर उसकी जगह दूसरे सीनियर कमांडर को नियुक्त कर दिया. नए आर्मी चीफ ने सैनिकों को बैरक में वापस जाने का आदेश दिया और मीडिया के सामने ही जनरल जुनीगा को गिरफ्तार कर लिया गया. बाद में उसके हाथों में हथकड़ी पहनाकर कैमरों के सामने लाया गया. साथ ही नौसेना केे एक वाइस एडमिरल को भी सरकार का तख्ता पलटने के आरोप में गिरफ्तार किया गया.
इस ड्रामे के दौरान ही लुईस के आह्वान पर हजारों की तादाद में बोलीविया की जनता राष्ट्रपति के पैलेस के बाहर इकठ्ठा हो गई. भारी संख्या में लोगों को देखकर विद्रोही सैनिक पैलेस से भाग खड़े हुए (https://x.com/FinalAssault23/status/1806209325603377500).
दूसरे दक्षिण अमेरिकी देशों की तरह ही बोलीविया भी आर्थिक और राजनीतिक अस्थिरता का शिकार है. अमेरिका से तल्ख संबंधों के चलते हाल ही में लुईस ने मॉस्को का दौरा किया था और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की थी. बोलीविया ने भारत, रूस, चीन, ब्राजील और साउथ अफ्रीका के संगठन ब्रिक्स से जुड़ने की इच्छा जताई थी.