पीएम मोदी की रूस यात्रा से पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर और रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के बीच वॉर-जोन में फंसे भारतीयों की सुरक्षित घर-वापसी को लेकर अहम बातचीत हुई है. भारत और रूस के विदेश मंत्रियों की मुलाकात कजाकिस्तान के अस्ताना में हुई है. एससीओ की बैठक में शामिल होने पहुंचे एस जयशंकर और रूसी विदेश मंत्री में द्विपक्षीय वार्ता हुई है.
रूस-यूक्रेन युद्ध क्षेत्र में फंसे भारतीयों की होगी वापसी
रूस यूक्रेन में युद्ध को दो साल से भी ज्यादा का समय हो गया है. अब भी कई भारतीय रूस में फंसे हुए हैं. कुछ महीने पहले ऐसी खबर भी आई थी कि नौकरी का लालच देकर के कुछ प्लेसमेंट और ट्रैवल एजेंसी के लोगों ने भारत के युवाओं को रूस पहुंचा दिया. जबरन उन्हें ट्रेनिंग देकर युद्ध भूमि में धकेल दिया गया है. कुछ भारतीयों की जान भी चली गई थी.
कई महीनों से भारतीयों को सुरक्षित स्वदेश लाने की कोशिश हो रही है. इस बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर ने वॉर जोन में मौजूद भारतीयों को स्वदेश लाने के लिए रूसी विदेश मंत्री के साथ सकारात्मक बातचीत की है. अपनी मीटिंग में एस जयशंकर ने रूस-यूक्रेन युद्ध क्षेत्र में मौजूद भारतीयों का मामला उठाया और उनकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने का अनुरोध किया. इसके अलावा लावरोव के साथ वैश्विक सामरिक परिदृश्य पर भी चर्चा की.
रूसी विदेश मंत्री से मीटिंग के बाद एस जयशंकर ने एक्स पोस्ट में कुछ तस्वीरें साझा करते हुए लिखा है, कि रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से भारतीय नागरिकों को लेकर अपनी गंभीर चिंता जताई जो अभी युद्ध क्षेत्र में हैं. उनकी सुरक्षित तथा जल्द वापसी पर जोर दिया.”
एस जयशंकर ने लिखा, “आज अस्ताना में रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से मिलकर खुशी हुई. हमारी द्विपक्षीय और समसामयिक मुद्दों पर चर्चा हुई. दिसंबर 2023 में हमारी पिछली बैठक के बाद से कई क्षेत्रों में हुई प्रगति की समीक्षा की गई.”
दो भारतीयों की हुई थी वॉर जोन में मौत
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध में दो भारतीय नागरिकों की मौत हुई थी. दोनों नागरिक रूस की सेना में नियुक्त किए गए थे. विदेश मंत्रालय ने पिछले महीने इस बात की पुष्टि की थी. जिसके बाद भारतीयों की वापसी के लेकर विदेश मंत्रालय एक्शन में आ गया. भारतीय विदेश मंत्रालय और मॉस्को स्थित भारत के दूतावास ने दिल्ली स्थित रूसी दूतावास और मॉस्को स्थित रूस के अलग अलग विभागों के सामने रूसी सेना में काम कर रहे भारतीयों की वापसी को सुनिश्चित करने की बातचीत चल रही है.