शुक्रवार से ऑस्ट्रेलिया में शुरु हो रही मल्टीनेशनल एक्सरसाइज पिच-ब्लैक में हिस्सा लेने के लिए भारतीय वायुसेना के सुखोई फाइटर जेट डारविन एयरबेस पहुंच गए हैं (12 जुलाई-2 अगस्त). ऑस्ट्रेलिया के अलावा 20 से ज्यादा देशों की वायुसेनाएं और 140 फाइटर जेट इस एक्सरसाइज में हिस्सा ले रहे हैं. भारतीय वायुसेना के 150 सदस्य दल के साथ सुखोई, सी-17 ग्लोबमास्टर और आईएल-78 रिफ्यूलर भी युद्धाभ्यास में शिरकत कर रहा है.
रॉयल ऑस्ट्रेलियाई एयरफोर्स के मुताबिक, हर दो वर्ष में आयोजित होने वाली पिच ब्लैक एक्सरसाइज इस वर्ष अपने 43 वर्षों के इतिहास में सबसे बड़ी होने जा रही है. इसमें आस्ट्रेलिया के अलावा 20 देशों के 4435 वायु-योद्धा सहित शामिल हो रहे हैं.
पिच-ब्लैक एक्सरसाइज ऑस्ट्रेलिया के डार्विन और टिंडल उत्तरी क्षेत्र के एयर बेस पर आयोजित की जाएगी. एक समय में ये एक्सरसाइज रात के घुप अंधेरे में ऐसे इलाकों के ऊपर आयोजित की जाती थी जहां कोई आबादी नहीं होती थी. यही वजह है कि इसका नाम पिच-ब्लैक रखा गया.
एक्सरसाइज के दौरान वायुसेना के सुखोई फाइटर जेट एफ-35, एफ-22, एप-18, एफ-15, ग्रिपन और टाइफून फाइटर एयरक्राफ्ट के साथ ओपरेट करेंगे. इससे पहले वर्ष 2018 और 2022 में भी वायुसेना ने पिच-ब्लैक एक्सरसाइज में हिस्सा लिया था.
वायुसेना के मुताबिक, एक्सरसाइज के दौरान आईएएफ को दूसरे देशों की वायुसेनाओं के साथ इंटीग्रेट होने और उनकी बेस्ट-प्रैक्टिस जानने का अवसर मिलेगा. युद्धाभ्यास के दौरान वायुसेना को लंबी दूरी पर तैनाती की क्षमता को मजबूत करने, भारत-प्रशांत क्षेत्र में एकीकृत संचालन का समर्थन करने और अत्यधिक चुनौतीपूर्ण वातावरण में मजबूत विमानन संघ के निर्माण के लिए एक उत्कृष्ट अवसर प्रदान करता है.
रॉयल ऑस्ट्रेलियाई एयरफोर्स (आरएएएफ) के मुताबिक, पिच ब्लैक, अंतर्राष्ट्रीय कनेक्टिविटी को बढ़ाता है और विदेशी भागीदारों के साथ काम करने की क्षमता को मजबूत करता है. यह ऑस्ट्रेलियाई सरकार की वायु सेना को आवश्यकता पड़ने पर तुरंत उत्तरदायी होने का विश्वास दिलाता है.
यह अभ्यास अंतरराष्ट्रीय प्रतिभागियों की प्रशिक्षण आवश्यकताओं और इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में संचालन का समर्थन करने की उनकी क्षमता को मजबूत करता है. व्यक्तिगत स्तर पर, यह इंडो-पैसिफिक क्षेत्र और यूरोप में एविएटर और कर्मियों के बीच मजबूत संबंध बनाता है, जो ऑस्ट्रेलिया और अन्य देशों के बीच घनिष्ठ संबंधों को बढ़ावा देता है.
पिच ब्लैक 2024 में दुनिया की कुछ सबसे उन्नत वायु युद्ध क्षमताएं शामिल होंगी, जिन्हें चुनौतीपूर्ण प्रशिक्षण वातावरण में अत्यधिक कुशल कार्यबल द्वारा उड़ाया और समर्थित किया जाएगा.
पिच ब्लैक में भाग लेने वाले देशों में ऑस्ट्रेलिया और भारत के अलावा ब्रुनेई, कनाडा, फ्रांस, फिजी, जर्मनी, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मलेशिया, न्यूजीलैंड, पापुआ न्यू गिनी, फिलीपींस, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर, थाईलैंड, यूनाइटेड किंगडम, और अमेरिका शामिल हैं.