जम्मू में आतंकी वारदातों और घुसपैठ की घटनाएं बढ़ने के बाद अब निकटवर्ती पंजाब के पठानकोट में एक बार संदिग्ध लोग घूमते दिखाई पड़े हैं. इस बार हालांकि, एक दो नहीं बल्कि एक साथ सात (07) संदिग्धों के देखे जाने के बाद पुलिस और सुरक्षाबलों ने बॉर्डर के क्षेत्रों में अपनी गश्त बढ़ा दी है. एक संदिग्ध का स्केच बनाकर आसपास के सभी गांवों में पुलिस ने अलर्ट जारी किया है.
गांववालों के मुताबिक जंगल के रास्ते से संदिग्ध गांव में आए और पानी पीकर बातचीत करके जंगल में ही लापता हो गए. पिछले एक महीने में चौथी बार ये संदिग्ध इस इलाके में दिखाए पड़े हैं.
भारी बैग लेकर पहुंचे संदिग्धों ने महिला से मांगा पानी
पठानकोट के फंगतोली के लोगों का दावा है कि एक घर में सात संदिग्ध घूमते हुए पहुंचे. उन्होंने महिला से पीने के लिए पानी मांगा. चश्मदीद महिला ने पुलिस को बताया कि “जंगल के रास्ते से सभी लोग भारी भरकम बैग टांगकर आए थे. वो बाहर खड़ी थी. सभी ने पीने के लिए पानी मांगा. इस दौरान संदिग्धों ने महिला से उसके पति के बारे में पूछा कि वो क्या काम करते हैं और क्या वो महिला अकेले रहती है. इसके बाद सभी संदिग्ध वापस जंगल की ओर चले गए.” महिला ने पुलिस को बताया कि “जंगल की ओर जाते वक्त वह बार-बार पीछे मुड़कर देख रहे थे.”
पंजाब पुलिस ने स्केच जारी किया
इलाके में एक साथ संदिग्ध देखे जाने के बाद पुलिस ने सेना के साथ मिलकर बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन चलाया है. क्योंकि जंगल का वो रास्ता जहां से संदिग्ध वापस लौटे वो जम्मू-कश्मीर सीमा से लगता है. पुलिस ने महिला की मदद से 7 संदिग्धों में एक का स्केच जारी किया है. गांव में गश्त बढ़ा दी गई है. साथ ही बॉर्डर पर मौजूद सभी जवानों को हाईअलर्ट रहने को कहा गया है.
एक महीने में चौथी बार दिखे संदिग्ध
ये कोई पहला मौका नहीं है जब पठानकोट के क्षेत्र में संदिग्ध देखे गए हैं. 1 महीने में चौथी बार इलाके में संदिग्धों की गतिविधि हुई है. 17 जुलाई को पठानकोट जिले के मामनू के गांव पडिया लाहड़ी के पास भी एक किसान को 4 संदिग्ध दिखाई दिए थे. किसान देर रात अपने खेत में फसलों को देख रहा था, इस दौरान आर्मी के ड्रेस में उसे 4 संदिग्ध दिखाई दिए. उन चारों में एक संदिग्ध ने किसान से पूछा की देर रात खेत में क्या कर रहे हो. इसके बाद संदिग्धों ने मामून जाने का रास्ता पूछा और वहां से चले गए.
पिछले महीने 25-26 जून की रात को पठानकोट में भारत-पाक सीमा पर गांव कोट भट्टिया में मुंह बांधे हुए काली ड्रेस में 2 संदिग्ध देखे गए थे. संदिग्धों ने देर रात करीब 2 बजे एक फार्म हाउस में रहने वाले मजदूर से खाना मांगा. खाना खाने के बाद धमकी दी कि किसी को बताया तो अंजाम बुरा होगा और फिर वापस लौट गए. इस घटना के बाद बीएसएफ और पुलिस ने पूरे इलाके को घेरकर बड़ा सर्च ऑपरेशन किया था. पर संदिग्धों का कोई सुराग हाथ नहीं लगा.
28 जून को भी पठानकोट- जम्मू-कश्मीर बार्डर से सटे गांव कीड़ी गंडियाल में लोगों ने संदिग्ध देखे थे वहीं 17 जून को पठानकोट के बर्फानी मंदिर में 100 रुपए का पाकिस्तानी नोट फेंका गया था. पर उस वक्त एजेंसियों ने पाकिस्तानी नोट को किसी का मजाक बता दिया था.
संवेदनशील इलाका है पठानकोट
बार-बार आर्मी की ड्रेस या फिर काले कपड़ों में संदिग्ध देखे जाने के बाद जांच एजेंसियां बेहद सतर्क हो गई है. पठानकोट बेहद ही संवेदनशील इलाका माना जाता है, क्योंकि इसके गांवों का बॉर्डर पाकिस्तान से मिलता है. इसलिए पठानकोट में एयरफोर्स के कई सैन्य क्षेत्र भी है. पठानकोट में बड़ा आतंकी हमला भी हो चुका है. साल 2 जनवरी 2016 को एयरफोर्स एयरबेस पर भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों ने हमला कर दिया था. लगभग चार दिनों तक चली गोलीबारी में 7 सुरक्षाकर्मियों और एक नागरिक की मौत हो गई थी. इस मुठभेड़ में चार हमलावर भी मारे गये थे.