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पीएम मोदी एक बार फिर जाएंगे रूस, अक्टूबर में है BRICS सम्मेलन

 यूक्रेन युद्ध समाप्त करने के लिए प्रयत्नशील प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अक्टूबर के महीने में एक बार फिर रूस की यात्रा करेंगे. मौका होगा कजान शहर में ‘ब्रिक्स’ सम्मेलन का. इस बाबत पीएम मोदी ने मंगलवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बात की. मोदी ने पुतिन को हालिया यूक्रेन यात्रा और युद्ध खत्म करने के लिए राजनीतिक और डिप्लोमेटिक तरीकों पर चर्चा की.

रूस के मुताबिक, फोन पर बातचीत के दौरान पुतिन ने प्रधानमंत्री मोदी को “यूक्रेन और संरक्षण देने वाले पश्चिमी देशों की विनाशकारी नीतियों के बारे में जानकारी दी.” साथ ही पुतिन ने संघर्ष (युद्ध) खत्म करने के ‘रूसी दृष्टिकोण’ को भी साझा किया.

इस साल ब्रिक्स समिट रूस के शहर कजान में होने जा रहा है (22-24 अक्टूबर). ऐसे में पुतिन ने प्रधानमंत्री मोदी को कजान आने का न्योता दिया. रूस के मुताबिक, पीएम मोदी ने कजान समिट में शामिल होने की उत्सुकता दिखाई.

ब्राजील, रशिया, इंडिया, चीन और साउथ अफ्रीका वाले ब्रिक्स संगठन की अध्यक्षता इस साल रूस के पास है. हाल ही में ईरान, इथोपिया, यूएई और मिस्र भी ब्रिक्स संगठन में शामिल हुए हैं. ऐसे में ब्रिक्स में कुल नौ (09) देश हो गए हैं.

पीएम मोदी जुलाई के महीने में भी रूस की यात्रा पर गए थे. उस दौरान पुतिन ने पीएम मोदी के यूक्रेन विवाद खत्म कराए जाने के लिए किए जा रहे प्रयासों की प्रशंसा की थी.

इसी महीने की 23 तारीख को पीएम मोदी यूक्रेन की राजधानी कीव गए थे. इस दौरान पीएम मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से जंग के मैदान के बजाए बातचीत और कूटनीति के जरिए समस्या के समाधान पर जोर दिया था.

यूक्रेन से लौटने के बाद पीएम मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन से फोन पर बात कर शांति के प्रयासों पर चर्चा की थी. (मोदी ने की बाइडेन से फोन पर बात, यूक्रेन और बांग्लादेश पर की चर्चा)

साफ है कि पीएम मोदी, रूस और यूक्रेन के बीच एक अहम कड़ी का काम कर रहे हैं. खुद जेलेंस्की भी भारत में अगले पीस समिट के आयोजन का प्रस्ताव दे चुके हैं ताकि रूस की भागीदारी भी सुनिश्चित की जा सके. क्योंकि जून के महीने में स्विट्जरलैंड में आयोजित पीस समिट में रूस ने हिस्सा नहीं लिया था. इसके कारण ये शिखर सम्मेलन विफल हो गया था.

मंगलवार को पुतिन ने मोदी से आर्थिक और व्यापारिक संबंधों को मजबूत करने पर भी चर्चा की. जल्द ही रूस के व्लादिवोस्तोक में ‘ईस्टर्न इकोनोमिक फोरम’ (4-6 सितंबर) की बैठक होने जा रही है जिसमें भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सहित आधा दर्जन मंत्री हिस्सा लेने जा सकते हैं.