गाजा में 11 महीने से जारी जंग और छह बंधकों के शव मिलने के बाद घिरे इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को अब आतंकी संगठन हमास ने भी धमकी दे डाली है. हमास ने धमकी दी है कि अगर इजरायल ने सीजफायर नहीं किया तो सभी बंधक ताबूत में लौटेंगे.
छह बंधकों के शव मिलने के बाद पीएम बेंजामिन नेतन्याहू बैकफुट पर दिख रहे हैं. पहले, जनता सड़कों पर उतरी हुई है तो अब कैबिनेट के कई मंत्री भी सीजफायर डील पर दबाव बना रहे हैं. मोसाद चीफ ने भी कह दिया है कि अब सेना को वापस बुलाने की जरूरत है.
इजरायल नहीं माना तो ताबूतों में लौटेंगे बंधकों के शव: हमास
हमास के अल कसम ब्रिगेड के प्रवक्ता अबू ओबैदा ने इजरायल को धमकाते हुए एक बयान जारी किया है. अबू ओबैदा ने कहा है कि “अगर इजरायल सैन्य कार्रवाई जारी रखता है तो बंधक ताबूतों में इजरायल की जमीन पर पहुंचेंगे. अबू ओबैदा नेचेतावनी देते हुए कहा, ” मुजाहिदीनों को निर्देश दे दिए गए हैं. इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू समझौते के बजाय सैन्य कार्रवाई जारी रखते हुए कैदियों को रिहा कराने पर जोर देने का मतलब ये होगा कि बंधक ताबूतों के अंदर अपने परिवारों के पास लौटेंगे.”
बंधकों के परिवार से नेतन्याहू ने मांगी माफी
प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने बंधकों के परिवार से माफी मांगी है. औपचारिक बयान में पीएम नेतन्याहू ने कहा, “मैं आप सभी से माफी मांगता हूं क्योंकि हम आपके लोगों को जिंदा वापस लाने में कामयाब नहीं हो पाए, हम इसके बेहद करीब थे लेकिन उन्हें बचा नहीं पाए.”
बंधकों को छुड़ाने को लेकर मुझसे ज्यादा कोई प्रतिबद्ध नही: नेतन्याहू
इजरायल में चल रहे प्रदर्शनों और बंद के आह्वान के बीच पीएम नेतन्याहू कहा है कि “बंधकों को मुक्त कराने के लिए मुझसे ज़्यादा कोई प्रतिबद्ध नहीं है. लेकिन कोई भी मुझे उपदेश नहीं दे सकता. फिलाडेल्फिया कॉरिडोर यह सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण है कि हमास सुरंगों के जरिए फिर से हथियार न इकट्ठा कर सके.”
दरअसल बंधकों की मौत के बाद इजरायल पर दबाव बनाया जा रहा है. पर नेतन्याहू फिलाडेल्फिया कॉरिडोर को लेकर अपनी बात पर टिके हुए हैं. इजरायली सेना का मानना है कि हमास को पूरी तरह से खत्म करने के लिए 14 किलोमीटर की पट्टी पर कब्जा रखना जरूरी है. नहीं तो हमास आतंकी फिर से मिस्र से जोड़ते कॉरिडोर से हथियार, सुरंग बनाकर अपने आपको मजबूत कर लेगा.
इजरायल पर बढ़ा दबाव, ब्रिटेन ने पीछे खींचे हाथ
ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड लैमी ने इजरायल को दिए जाने वाले 350 हथियारों के निर्यात लाइसेंस में से 30 को तत्काल निलंबित करने का ऐलान किया है. विदेश मंत्री डेविड लैमी ने कहा, “हमें इस बात का जोखिम है कि हमारे दिए गए हथियारों का इस्तेमाल अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून के गंभीर उल्लंघन के लिए किया जा सकता है.” हालांकि ब्रिटेन के विदेश मंत्री ने ये साफ किया है कि हथियारों की बिक्री पर पूरी तरह से प्रतिबंध नहीं लगाया जाएगा.
हमास और इजरायल के बीच युद्ध विराम लगाने के लिए पिछले कई महीनों से अमेरिका, कतर और मिस्र मध्यस्थता करने की कोशिशों में जुटा हुआ है. लेकिन हमास गाजा से इजरायली बलों की पूरी तरह से वापसी की मांग कर रहा है. बताया जा रहा है कि हमास के पास अभी भी इजरायल के 100 से ज्यादा नागरिक बंधक हैं. ऐसे में हमास के आतंकियों की बंधकों की हत्या करने वाली धमकी ने परिवारवालों के साथ-साथ पीएम नेतन्याहू की भी टेंशन बढ़ा दी है.