साउथ चायना सी में चीन और फिलीपींस के बीच चल रही तनातनी के बीच भारत के रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने बुधवार को मनीला (फिलीपींस की राजधानी) के दौरे पर जा रहे हैं. इस दौरान अरामने फिलीपींस के नेशनल डिफेंस मंत्रालय के आला-अधिकारियों के साथ दोनों देशों के ज्वाइंट डिफेंस कोऑपरेशन कमेटी (जेडीसीसी) की पांचवी बैठक में हिस्सा लेंगे.
चीन से चल रही तनातनी के बीच हाल ही में भारत ने फिलीपींस को सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस का एंटी-शिप वर्जन सप्लाई किया है. पिछले कुछ महीनों से चीन ने दक्षिण चीन सागर में फिलीपींस का नेवल ब्लॉकेड किया हुआ है. फिलीपींस के जहाज और बोट जैसे ही साउथ चायना सी में जाते हैं चीन की कोस्टगार्ड के जहाज उनपर वाटर कैनन से हमला कर देते हैं या टक्कर मार देते हैं. ऐसे में दोनों देशों (चीन और फिलीपींस) के बीच संबंध बेहद नाजुक बन गए हैं.
भारत के रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, वर्ष 2006 में इंडो-फिलीपींस जेडीसीसी का गठन किया गया था. अभी तक इस रक्षा सहयोग कमेटी दोनों देशों के ज्वाइंट सेक्रेटरी स्तर के अधिकारी शिरकत करते थे. लेकिन इस साल से इसे सचिव स्तर का कर दिया गया है.
फिलीपींस की तरफ से बुधवार को जेडीसीसी में नेशनल डिफेंस मंत्रालय के सीनियर अंडर सेक्रेटरी इरेनियो क्रूज एसपिनो हिस्सा लेंगे.
रक्षा सचिव अरामने का मनीला दौरा दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों के 75वें वर्ष में हो रही है. साथ ही भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी के भी दस साल पूरे हो चुके हैं.
मनीला दौरे के दौरान रक्षा सचिव जेडीसीसी की मीटिंग के अलावा फिलीपींस सरकार के वरिष्ठ नुमाइंदों से भी मुलाकात करेंगे.