आतंकी संगठन हिजबुल्लाह पर इजरायली सेना का एक्शन जारी है. सोमवार को भी दक्षिणी लेबनान पर इजरायली सेना ने एयर स्ट्राइक करके हिजबुल्लाह के कई अहम ठिकानों को तबाह कर दिया है. पेजर ब्लास्ट और वायरलेस सेट में हुए धमाकों से हिजबुल्लाह को भारी नुकसान हुआ ही था अब एयर स्ट्राइक करके हिजबुल्लाह को पूरी तरह से खात्मे के ओर बढ़ गया है इजरायल. इस बीच रविवार को इजरायली सेना के एक एक्शन ने सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा. वेस्ट बैंक में अलजजीरा के दफ्तर में एक के बाद एक इजरायली सेना के हथियारबंद कमांडों ने छापा मारा. अलजजीरा के दफ्तर में इजरायली सेना के कमांडो को देख हड़कंप मच गया.
कैमरे लो और यहां से जाओ: आईडीएफ
हथियारों से लैस आई़डीएफ के नकाबपोश कमांडोज़ ने वेस्ट बैंक के अलजजीरा के दफ्तर में छापा मारा. इस दौरान आईडीएफ ने वेस्ट बैंक के अलजजीरा प्रमुख वालिद अल ओमानी को संस्थान बंद करने का आदेश दिया. इजरायली सेना ने कोर्ट का ऑर्डर दिखाते हुए अल जजीरा प्रमुख से कहा, “अल जजीरा को 45 दिनों तक बंद करने का कोर्ट का ऑर्डर है. कैमरे हटाओ और यहां से चले जाओ.” रेड के दौरान इजरायली सैनिकों ने दफ्तर में मौजूद उपकरणों को भी हटा दिया.
इजरायली सेना की रेड का हुआ लाइव प्रसारण
इजरायली सेना के दफ्तर में घुसने का अल जजीरा ने लाइव प्रसारण किया. दफ्तर में घुसने की तस्वीरें भी लाइव दिखाई गईं. इस दौरान एक सैनिक ने दफ्तर के स्टाफ को कोर्ट का ऑर्डर सौंपते हुए कहा, “अल जज़ीरा को 45 दिनों के लिए बंद करने का कोर्ट का आदेश है. मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि आप सभी कैमरे लेकर इस समय ऑफ़िस से बाहर चले जाएं.” ये सारी बातें लोगों ने लाइव देखी और सुनी. (https://x.com/LevinaNeythiri/status/1837837407237947762)
नेतन्याहू ने बताया है ‘आतंकी चैनल’, इजरायल में बैन
गाजा में युद्ध के दौरान एकतरफा रिपोर्टिंग को लेकर इजरायल और अल जजीरा में कई बार आरोप-प्रत्यारोप लग चुके हैं. इजरायल यहां तक कह चुका है कि अल जजीरा की पत्रकारिता हमास आतंकियों के पक्ष में होती है. इजरायल के अल जज़ीरा पर पक्षपात रिपोर्टिंग का आरोप है तो अल जज़ीरा ने गाजा में हुए अटैक में अपने कर्मचारियों की मौत को लेकर इजरायल को घेरता रहा है. तनातनी इतनी बढ़ गई कि अप्रैल के महीने में पीएम नेतन्याहू ने एक कानून के जरिए इजरायल में अल जजीरा के प्रसारण पर रोक लगा दी थी. अल जज़ीरा को ‘आतंकी चैनल’ बताते हुए नेतन्याहू ने कतर को झटका दिया था, क्योंकि अल जजीरा कतर का ही एक बड़ा चैनल है.
अल जजीरा के फ्रीलांस पत्रकार के घर मिले थे इजरायली बंधक
हमास ने जिस बाइक गर्ल नोआ अर्गमानी समेत 4 बंधकों को पिछले साल 7 अक्टूबर को किडनैप किया था. उसके तकरीबन 8 महीने बाद जून के महीने में इजरायली सेना ने उन सभी को एक बेहद ही खतरनाक मिशन के बाद छुड़ाया था. जांच में पता चला कि तीन बंधकों को अल जजीरा के फ्रीलांस पत्रकार अब्दुल्ला अलजमाल के घर रखा गया था. बंधकों को छुड़ाने के दौरान पत्रकार को मुठभेड़ में मार गिराया गया था. हालांकि अल जजीरा ने साफ किया है कि “अब्दुल्ला अल जमाल उसका कर्मचारी नहीं था.” इससे पहले भी मई के महीने में यरूशलेम के एक होटल में इजरायली सेना ने रेड की थी, इस होटल में अल जजीरा का दफ्तर था. इजरायल में पहले ही अल जज़ीरा का प्रसारण बंद करा दिया गया है.