लेबनान के आतंकी संगठन हिजबुल्लाह के टॉप कमांडर हसन नसरल्लाह के मारे जाने की धमक ईरान तक सुनाई दी है. ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह खामेनई को एक सीक्रेट जगह पर ले जाया गया है.
इजरायल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) की पुष्टि के बाद कि नसरल्लाह सहित हिजबुल्लाह के सभी टॉप कमांडर मारे दिए गए है, पूरे अरब वर्ल्ड में खलबली मच गई. हिजबुल्लाह ने भी नसरल्लाह के मारे जाने की खबर पर मुहर लगा दी है.
ईरान के सर्वोच्च नेता अली खामेनेई को एक कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में रखा गया है ताकि इजरायल ट्रेस ना कर सके. वहीं इजरायल ने बेरूत हवाई अड्डे के नियंत्रण टॉवर की प्रसारण फ्रीक्वेंसी पर कब्जा किया और एक ईरानी विमान को लेबनान में उतरने से रोक दिया है.
इजरायल की लेबनान की राजधानी बेरुत में हुई स्ट्राइक के बाद ईरान ने इस्लामिक सहयोग संगठन (आईसीओ) की एक आपात बैठक बुलाने की मांग की है. ईरान ने कहा है कि “पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव और क्षेत्रीय मुद्दों के मद्देनज़र बैठक होना बहुत जरूरी है.”
शुक्रवार को ही संयुक्त राष्ट्र में अपने भाषण में इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा था कि “ईरान में ऐसी कोई जगह नहीं जहां हम ना पहुंच पाएं.”
लेबनान हमले से इजरायली क्रूरता दिखी: अयातुल्ला खामेनेई
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनेई ने नसरल्लाह की मौत के बाद बयान जारी करते हुए कहा है कि “लेबनान में अटैक से इजरायल की क्रूरता उजागर हुई है. निहत्थे लोगों पर इजरायल ने वार किया है. इजरायल की नीति मूर्खतापूर्ण है. इजरायल ने गाजा से भी कोई सबक नहीं सीखा है. हिजबुल्लाह के आगे इजरायल बहुत छोटा है. हम लेबनान के साथ मजबूती से खड़े हैं.”
लेबनान में ईरानी फ्लाइट ने लिया यूटर्न
इजरायल की एयर स्ट्राइक के चलते तेहरान से लेबनान जा रही एक ईरानी फ्लाइट ने इराकी हवाई क्षेत्र में यू-टर्न ले लिया. लेबनान के सार्वजनिक निर्माण और परिवहन मंत्री अली हामिया के मुताबिक, इजरायल ने बेरूत हवाई अड्डे के नियंत्रण टॉवर की प्रसारण फ्रीक्वेंसी पर कब्जा किया और एक ईरानी विमान को लेबनान में उतरने से रोकने का आदेश दिया है.
ईरान एक अभिशाप, भारत है आशीर्वाद: बेंजामिन नेतन्याहू
इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने संयुक्त राष्ट्र में अपने भाषण में दो तरह के मानचित्र (मैप) दिखाए थे. एक नक्शा जो हरे रंग का था उसमें भारत सहित यूएई और सऊदी अरब दिख रहे थे. वहीं दूसरे नक्शे में ईरान, ईराक, सीरिया और लेबनान को काले रंग का दिखाया गया.
नेतन्याहू के दाहिने हाथ में लिए मिडिल ईस्ट के नक्शे में ईरान, इराक, सीरिया और यमन को काले रंग में रंगा था और इसे ‘अभिशाप’ (‘द कर्स’) बताया.
वहीं नेतन्याहू के बाएं हाथ वाले नक्शे को को ‘वरदान’ (द ब्लेसिंग) बताया. नेतन्याहू ने हरे वाले नक्शे को दिखाते हुए कहा “यह उनके अरब पार्टनर देश हैं, हम एक लैंड ब्रिज बना रहे हैं जो एशिया को यूरोप से जोड़ेगा. यह हिंद महासागर से होकर भूमध्य सागर तक जाएगा.”
संयुक्त राष्ट्र में नेतन्य़ाहू ने दोनों मानचित्रों को लहराते हुए कहा कि “दुनिया को आशीर्वाद और अभिशाप के बीच चयन करना चाहिए.”
ईरान की हर जगह पहुंच सकता है इजरायल: नेतन्याहू
संयुक्त राष्ट्र के मंच पर नेतन्याहू ने ईरान को चेतावनी देते हुए कहा कि ” तेहरान के लिए एक संदेश है अगर हमपर हमला करेंगे तो हम भी हमला करेंगे. ईरान में ऐसी कोई जगह नहीं है जहां इजरायल ना पहुंच पाए और ये पूरे मिडिल ईस्ट के लिए सच है.”
नेतन्याहू ने कहा कि “ईरान, लेबनान में हिजबुल्लाह, यमन में हूती और गाजा में हमास को पालता-पोसता है, हथियार और मिसाइलें देता है. लंबे वक्त से पूरी दुनिया ईरान को खुश करने में लगी हुई है पर ऐसा तुष्टिकरण रुकना चाहिए.”