इजरायल पर ईरान के बड़े मिसाइल हमले के बीच भारतीय सेना को मिल गए हैं 100 ‘आकाशतीर’ एयर डिफेंस सिस्टम. भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) ने इन ‘आकाशतीर’ को तैयार किया है जो सेना के लिए एयर डिफेंस कंट्रोल एंड रिपोर्टिंग सिस्टम के तौर पर काम करेंगे.
बीईएल ने खुद भारतीय सेना को 100 ‘आकाशतीर’ सप्लाई करने की घोषणा की है. पिछले साल मार्च में रक्षा मंत्रालय ने सरकारी उपक्रम बीईएल से सेना के लिए 100 आकाशीतीर का अनुबंध किया था. इसी साल मार्च में बीईएल ने पहला आकाशतीर सेना को सौंपा था.
बीईएल के मुताबिक, एग्रीमेंट के तहत 30 सितंबर तक सेना को आकाशतीर के सभी 100 कंट्रोल सेंटर सौंप दिए गए हैं. इस अनुबंध की कीमत करीब 2000 करोड़ (1982 करोड़) थी
आकाशतीर का इस्तेमाल एयर डिफेंस यानी दुश्मन की मिसाइल और रॉकेट के हमलों को निष्क्रिय करने के लिए किया जाएगा. आकाशतीर के जरिए सेना की एयर डिफेंस से जुड़ी सभी रडार और कम्युनिकेशन सिस्टम को इंटीग्रेट कर दिया गया है. ऐसे में आकाशतीर सेना के एयर डिफेंस कंट्रोल एंड रिपोर्टिंग सिस्टम के तौर पर काम करेगा.
बीईएल के मुताबिक, सेना की आर्मी एयर डिफेंस (एएडी) के मार्गदर्शन में 100 स्वदेशी आकाशतीर नियंत्रण केंद्रों की त्वरित तैनाती, महत्वपूर्ण राष्ट्रीय सुरक्षा आवश्यकताओं को पूरा करने और समय पर रणनीतिक रक्षा उपकरण वितरित करने की क्षमता को उजागर करती है. (भारत की हाइपरसोनिक मिसाइल जल्द होगी रॉकेट फोर्स का हिस्सा)