खालिस्तानी आतंकियों को लेकर भारत और कनाडा में आर-पार की जंग छिड़ गई है. दोनों देशों ने एक दूसरे के उच्चायुक्त सहित राजनयिकों को देश से निष्कासित कर दिया है तो कनाडा ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग को भारत सरकार के एजेंट्स से जोड़ दिया है.
कनाडा की फेडरल रॉयल पुलिस (आरसीएमपी) ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगाया कि खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत के लॉरेंस बिश्नोई गैंग का हाथ सामने आया है. लेकिन आरसीएमपी के अधिकारियों ने ये कहकर सनसनी फैला दी कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग का भारत सरकार से कनेक्शन है. (https://x.com/neeraj_rajput/status/1845891125866872873)
हालांकि, भारत सरकार (विदेश मंत्रालय) का कनाडा की पुलिस के इन संगीन आरोपों पर कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है लेकिन ये बात पक्की है कि दनों देशों के राजनयिक संबंध इस वक्त बेहद नाजुक मोड़ पर पहुंच चुके हैं.
सोमवार को विदेश मंत्रालय ने कनाडा के कार्यवाहक उच्चायुक्त को पहले तो समन कर ओटोवा में इंडियन हाई कमिश्नर सहित आधा दर्जन डिप्लोमेट्स को निज्जर की हत्या के मामले में संदेह के घेरे में खड़ा करने के लिए सवाल-जवाब किया. तुरंत बाद ही विदेश मंत्रालय ने कनाडा के कार्यवाहक उच्चायुक्त सहित आधा दर्जन राजनयिकों को देश छोड़ने का फरमान जारी कर दिया.
साथ ही विदेश मंत्रालय ने कनाडा में भारतीय उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा सहित छह राजनयिकों को वापस देश बुला लिया. कनाडा की फेडरल पुलिस ने वर्मा को सीधे तौर से निज्जर की हत्या में संदिग्ध माना है. (विदेश मंत्रालय ने ट्रूडो को किया Naked, लगाए थे मनगढ़ंत आरोप)