कनाडा से बिगड़ते संबंध और चीन से सुधरते रिश्तों को लेकर विदेश सचिव अगले हफ्ते संसद की कमेटी को ब्रीफिंग देंगे. शुक्रवार को भी विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने संसदीय कमेटी को इजरायल-हमास युद्ध को लेकर भारत का पक्ष साझा किया.
जानकारी के मुताबिक, 6 नवंबर को मिसरी, विदेश मामलों से जुड़ी संसदीय कमेटी के समक्ष पेश होंगे. इस दौरान दो अहम मुद्दों पर विदेश सचिव इस संसदीय कमेटी को भारत सरकार का आधिकारिक पक्ष प्रस्तुत करेंगे. इस संसदीय कमेटी के अध्यक्ष कांग्रेस सांसद और पूर्व विदेश राज्य मंत्री शशि थरूर हैं.
विदेश सचिव, संसदीय कमेटी को कनाडा से बिगड़ते संबंधों के बारे में विस्तृत जानकारी देंगे. साथ ही पूर्वी लद्दाख से सटी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीन से हुए डिसएंगेजमेंट समझौता के बारे में जानकारी साझा करेंगे.
हाल के महीनों में खालिस्तान की गतिविधियों को लेकर भारत के कनाडा से संबंध बेहद नाजुक मोड़ पर पहुंच गए हैं. हाल ही में कनाडा के उप-प्रधानमंत्री और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) द्वारा अपने देश की संसदीय कमेटी के समक्ष गृह मंत्री अमित शाह पर सनसनीखेज आरोप लेने से संबंधों में खटास बढ़ गई है. (अमित शाह पर लगाया गंभीर आरोप, Trudeau मुसीबत में)
21 अक्टूबर को भारत और चीन के बीच डिसएंगेजमेंट करार हुआ है जिसके चलते एलएसी से दोनों देशों की सेनाएं विवादित इलाकों से पीछे हट गई हैं. इस समझौते और चीन से संबंधों को लेकर भी विक्रम मिसरी विदेश मामलों की कमेटी को सरकार का पक्ष रखेंगे. (डेमचोक में पेट्रोलिंग शुरू, पहले मुंह मीठा कराया)