Breaking News Conflict Islamic Terrorism Kashmir

ढाई साल बाद श्रीनगर में एनकाउंटर, फारूख अब्दुल्ला को शक

जम्मू कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में करीब दस साल बाद किसी पाकिस्तानी आंतकी का एनकाउंटर हुआ है. सीआरपीएफ ने जम्मू कश्मीर पुलिस के साथ मिलकर आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा के कमांडर उस्मान को मार गिराने का दावा किया है.

जम्मू-कश्मीर में शनिवार को दो अलग-अलग एनकाउंटर में दो आतंकियों को मार गिराया गया है. श्रीनगर के खानयार इलाके में जिस आतंकी को मारा गया है, वो पिछले एक दशक से घाटी को दहला रहा था. कई आतंकी साजिशों को अंजाम दे चुका था. मारे गए आतंकी की पहचान लश्कर कमांडर उस्मान के तौर पर हुई है, जो पाकिस्तान का रहने वाला था.

करीब 30 महीने बाद श्रीनगर में किसी आतंकी को मार गिराया गया है. दूसरा एनकाउंटर दक्षिणी कश्मीर के अनंतनाग में हुआ.

मारा गया उस्मान भाई, 2 और आतंकियों के तलाश

पाकिस्तान परस्त आतंकियों को कश्मीर में अमन और शांति पसंद नहीं आ रही. इसलिए पिछले कुछ महीनों में आतंकी वारदातों में इजाफा हुआ है. कभी सैन्य काफिले, कभी श्रद्धालुओं की बस पर तो कभी प्रवासी मजदूरों पर आतंकी हमले बढ़े हैं, ताकि लोग खौफ में रहें. ऐसी ही एक बड़ी साजिश को अंजाम देने की फिराक में था पाकिस्तान का उस्मान भाई. लश्कर का कमांडर और कश्मीर में कई वारदातों में वांटेड था.

श्रीनगर के खानयार इलाके में उस्मान के देखे जाने की खुफिया जानकारी के बाद सुरक्षाबलों ने एक सीक्रेट ऑपरेशन शुरु किया. सुरक्षाबलों को जानकारी मिली थी कि लश्कर कमांडर एक बड़ी आतंकी साजिश की प्लानिंग कर रहा है. इसके बाद इलाके को सुरक्षाकर्मियों ने घेर लिया था.

सुबह से सुरक्षाबलों के जवान आतंकियों के बाहर निकलने का इंतजार कर रहे थे. इस दौरान आतंकियों को जब खुद के घिरे हुए पाया तो आतंकियों ने फायरिंग शुरु कर दी. इस दौरान सुरक्षाबलों ने आतंकियों को एक घर के आसपास घेर लिया. आतंकियों की फायरिंग के दौरान 4 जवान घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया.

सुरक्षाबलों के केमिकल से फूला आतंकियों का दम

अंदर से हो रही फायरिंग से साफ हो गया था कि आतंकी  मकान में अंदर छिपे हुए हैं. बताया जा रहा है कि आतंकियों को बाहर निकालने के लिए सेना ने किसी तरह के केमिकल का इस्तेमाल किया, ताकि मकान के एक हिस्से में आग लगे और अंदर छिपे आतंकी धुएं और आग की वजह से बाहर निकले ताकि उन्हें पकड़ा जा सके या फिर खात्मा किया जा सके.

मौके से एक वीडियो भी सामने आया था, जिसमें सुरक्षाबलों की टीम पूरे इलाके की घेराबंदी करते दिख रही थी. मकान में आग और धुएं की तस्वीरें भी देखी गईं. बाद में लश्कर कमांडर को ढेर किया गया. बाद में आतंकी की पहचान पाकिस्तान के उस्मान भाई के तौर पर की गई. 

आईजीपी कश्मीर वी के बिरदी ने लश्कर कमांडर उस्मान के मारे जाने की पुष्टि की है. आईजी ने बताया कि उस्मान आतंकवाद से जुड़े कई मामलों में शामिल था. गैर कश्मीरियों और सुरक्षाबलों पर हमलों में शामिल था. साथ ही उस्मान इंस्पेक्टर मसरूर की हत्या में भी शामिल था. 

अनंतनाग में एनकाउंटर, 2 आतंकी ढेर

जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के शांगस-लारनू इलाके में हलकान गली के पास सुरक्षाबलों ने एक अन्य अभियान के दौरान दो आतंकवादियों को ढेर कर दिया. अनंतनाग के जिस इलाके में एनकाउंटर हुआ है, वो कभी आतंकियों का गढ़ माना जाता था पर तमाम सैन्य अभियानों की वजह से आतंकी वारदातों में कमी आई थी पर जम्मू कश्मीर के विधानसभा के चुनावों के बाद गैर कश्मीरी और सैन्य बलों पर हमले अचानक से बढ़ गए हैं.

एक दिन पहले ही शुक्रवार को बांदीपोरा जिले में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई थी, तो 28 अक्टूबर को अखनूर सेक्टर में आतंकियों से मुठभेड़ हुई थी. इसमें भारतीय सेना के साहसी डॉग ‘फैंटम’ ने आतंकियों को पकड़वाने के दौरान अपनी शहादत दी थी. 

उमर के सीएम बनते ही बढ़े आतंकी हमले!

चुनाव के बाद अचानक आतंकी सक्रिय हो गए हैं. पिछले महीने की शुरुआत में, आतंकवादियों ने गांदरबल जिले के गगनगीर इलाके में एक  डॉक्टर समेत 7 मजदूरों की हत्या कर दी थी. जिन मजदूरों की हत्या की गई थी, वो मजदूर श्रीनगर-सोनमर्ग को हर मौसम में खुली रहने वाली सड़क बनाने के लिए गगनगीर से सोनमर्ग तक सुरंग बना रहे थे. तो अगले ही दिन आतंकियों ने गुलमर्ग के बोटापाथरी इलाके में सेना के तीन जवानों और दो कुलियों की हत्या कर दी थी.

बीते शुक्रवार (1 नवंबर) को ही बड़गाम में जल जीवन परियोजना के कर्मचारियों पर आतंकियों ने फायरिंग की थी. फायरिंग में 2 कर्मचारी घायल हुए थे. दोनों कर्मचारी गैर कश्मीरी थे. 

आतंकियों का मारा नहीं जाना चाहिए: फारूक अब्दुल्ला

घाटी में मोदी सरकार की नीति ईंट का जवाब पत्थर से देने वाली है. वहीं फारूक अब्दुल्ला कुछ ऐसा बोल गए हैं. जिससे सियासत तेज हो गई है. घाटी में मारे जा रहे आतंकियों और आतंकी हमलों की फारूक अब्दुल्ला ने जांच की मांग की है. फारूक अब्दुल्ला ने कहा है कि हमला क्राइसिस पैदा करने की कोशिश है. हमलावरों को पकड़ना चाहिए तब पता चलेगा कि इन आतंकियों के पीछे कौन है. इनको मारना नहीं चाहिए 

इनको पकड़ो और पूछो कि आखिर कौन करवा रहा है ये सब. अभी ही ये घटनाएं क्यों हो रही है. पहले क्यों बंद थे ये हमले और अभी ही क्यों हो रहे हैं? 

क्या फारूक नहीं जानते कि पाकिस्तान करवा रहा है हमले?- बीजेपी

फारूक अब्दुल्ला के बयान पर बीजेपी ने करारा वार किया है. रविंन्द्र रैना ने कहा है कि “फारूक अब्दुल्ला जानते हैं कि यह आतंकवाद पाकिस्तान से आ रहा है, इसमें जांच करने की क्या बात है? ‘उन्हें पता है कि जम्मू-कश्मीर में जो आतंकी हमले हो रहे हैं, उनमें पाकिस्तान और आतंकी संगठन शामिल हैं. हम सभी को अपनी सेना, पुलिस और सुरक्षाबलों का समर्थन करना चाहिए.” 

वहीं बीजेपी नेता कविंद्र गुप्ता ने भी कहा है कि- “एक जिम्मेदार नेता को इस तरह के बयान नहीं देने चाहिए सुरक्षा बलों की वजह से ही जीरो टॉलरेंस की नीति लागू की जा रही है. यह बिल्कुल गलत बयान है, कि उमर अब्दुल्ला की सरकार को अस्थिर किया जा रहा है. फारूक अब्दुल्ला को गंभीरता दिखानी चाहिए.”

editor
India's premier platform for defence, security, conflict, strategic affairs and geopolitics.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *