मिजोरम के मुख्यमंत्री लाल दुहोमा की अमेरिका में दी स्पीच से बवाल खड़ा हो गया है. लाल दुहोमा ने भारत, म्यांमार और बांग्लादेश में रहने वाले चिन-कुकी-ज़ो समुदायों को मिलाकर एक अलग राष्ट्र बनाने का आह्वान किया है.
अमेरिका के इंडियानापोलिस में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में बोलते हुए लाल दुहामो ने कहा कि आजादी के वक्त अंग्रेजों ने उनके समुदाय को तीन अलग-अलग देशों में बांट दिया. चिन और जो समुदाय म्यांमार में चला गया और कुकी भारत (और बांग्लादेश) में.
ऐसे में मिजोरम के मुख्यमंत्री ने भरोसा जताते हुए कहा कि एक दिन ऐसा आएगा जब हम (चिन-कुकी-ज़ो) एक नेता के नेतृत्व में अलग राष्ट्र बनाएंगे.
लाल दुहोमा ने कहा कि भले ही एक देश का बॉर्डर हो लेकिन एक सच्चे राष्ट्र की कोई सीमा नहीं होती है. दुहोमा ने कहा कि हमें अन्यायपूर्ण तरीके से तीन अलग-अलग देशों में अलग-अलग सरकारों में बांट दिया गया है, जो हमें स्वीकार्य नहीं है. (https://x.com/BikramjitMK/status/1853076956037906461)
मिजोरम के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग ने लाल दुहोमा के अमेरिका में दिए भाषण की कॉपी को प्रेस रिलीज के तौर पर जारी किया है.
गौरतलब है कि म्यांमार के चिन समुदाय ने अपनी जुंटा (मिलिट्री शासन) के खिलाफ विद्रोह छेड़ रखा है. म्यांमार के चिन प्रांत में विद्रोही गुट का ही शासन चलता है. हाल ही में मणिपुर में जो जातीय हिंसा भड़की, उसमें कुकी समुदाय का स्थानीय मैतेई समुदाय के लोगों से अलगाव बड़ा कारण था.
इस बात की भी आशंका जताई गई है कि मणिपुर में हिंसा में कुकी समुदाय को म्यांमार के विद्रोही गुटों का भी समर्थन मिलता रहा है. हालांकि, सरकार ने सीधे तौर से ऐसा नहीं कहा है.
अपने अमेरिका के भाषण में मिजोरम के मुख्यमंत्री ने मणिपुर की हिंसा का भी जिक्र किया.
दुहोमा का अलग राष्ट्र का भाषण ऐसे समय में आया है जब हाल ही में मिजोरम के एक मंत्री ने असम राइफल के जवानों से बदसलूकी की थी.
दुहोमा ने हालांकि, भारत सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि हमारी परेशानियों का निस्तारण हुआ है. दुहोमा ने प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) और वित्त मंत्री (निर्मला सीतारमण) का आभार प्रकट किया कि उनके राज्य को हमेशा वित्तीय और दूसरी तरह की सहायता केंद्र सरकार से मिलती रही है.