भारतीय वायुसेना का एक मिग-29 फाइटर जेट सोमवार को उत्तर प्रदेश के आगरा में क्रैश हो गया. हादसे में पायलट की जान बच गई है और किसी तरह के जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है. लेकिन लड़ाकू विमान क्रैश के बाद आग लगने से पूरी तरह तबाह हो गया.
पिछले दो महीने में मिग-29 का ये दूसरा बड़ा क्रैश है. इसी साल सितंबर के महीने में राजस्थान के बाड़मेर में भी मिग-29 एक ट्रेनिंग मिशन के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था.
सोमवार को भारतीय वायुसेना ने एक संक्षिप्त बयान जारी कर बताया कि एक रूटीन ट्रेनिंग सोर्टी के दौरान आगरा के करीब मिग-29 एयरक्राफ्ट क्रैश हो गया. वायुसेना के मुताबिक, ये दुर्घटना लड़ाकू विमान के सिस्टम में आए मैलफंक्शन यानी खराबी के चलते सामने आई.
वायुसेना के मुताबिक, क्रैश के दौरान पायलट ने फाइटर जेट को एक सुरक्षित क्षेत्र में मैन्युवर किया ताकि किसी भी तरह के जानमाल का नुकसान न हो. इसके बाद पायलट विमान से सुरक्षित इजेक्ट हो गया. घटना का वीडियो भी सामने आया, जिसमें मिग-29 एक खाली खेत में धू धू कर जल रहा है. (https://x.com/FinalAssault23/status/1853409575090680114)
जानकारी के मुताबिक, दुर्घटनाग्रस्त मिग-29 एयरक्राफ्ट पंजाब के आदमपुर एयरबेस पर तैनात था और आगरा में एक युद्धाभ्यास में हिस्सा लेने के लिए आया था. आदमपुर में मिग-29 की दो स्क्वाड्रन तैनात थी.
भारत ने 80 के दशक में रूस से मिग-29 फाइटर जेट खरीदे थे. इन फाइटर जेट की दो स्क्वॉड्रन आदमपुर में तैनात रहती हैं और एक गुजरात के जामनगर में.
वायुसेना ने सोमवार की घटना के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश दे दिया है ताकि क्रैश के कारणों का पता लगाया जा सके. एलसीए तेजस की सप्लाई में हो रही देरी के चलते वायुसेना की फाइटर स्क्वाड्रन की संख्या तेजी से कम हो रही है.