31 मार्च 2026 तक छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद को खत्म करने की तारीख के ऐलान के बाद सुकमा में बड़ा नक्सली ऑपरेशन किया गया है.छत्तीसगढ़ के सुकमा में सुरक्षा नक्सलियों के साथ हुई एक मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने 10 नक्सलियों को ढेर किया है. ये एनकाउंटर उस वक्त शुरु हुआ जब सुरक्षाबल की एक टीम नक्सल विरोधी अभियान पर निकली थी. उसी वक्त हथियारबंद नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के जवान पर अटैक कर दिया.
सुकमा में 10 नक्सली ढेर, हथियार बरामद
सुकमा के कोराजुगुड़ा, दंतेसपुरम, नागाराम और भंडारपदर के जंगल में गश्त कर रहे जवानों पर हमले के बाद 10 नक्सलियों के खिलाफ एक्शन लिया गया है. मुठभेड़ में 10 नक्सली मारे गए है. ये वो नक्सली थे, जिन्होंने नक्सल विरोधी अभियान पर निकले जवानों पर अटैक किया था.
पुलिस के मुताबिक, सुकमा के दक्षिण क्षेत्र में नक्सलियों की उपस्थिति की सूचना पर डीआरजी और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम को रवाना किया गया था. सर्च ऑपरेशन के दौरान नक्सलियों ने गोलीबारी शुरू कर दी. अलर्ट जवानों ने मोर्चा संभाला और नक्सलियों को ढेर किया गया. मारे गए नक्सलियों के शव के पास हथियार और गोला बारूद बरामद किया गया है. पुलिस के मुताबिक मौके से इंसास राइफल, एके 47 राइफल, एसएलआर और कई अन्य हथियार बरामद किए गए हैं.
गृहमंत्री ने बताई नक्सलवाद खत्म करने की तारीख
आंकड़ों पर गौर किया जाए तो जनवरी 2024 से अब तक कुल 200 से ज्यादा नक्सलियों को मारा जा चुका है. वहीं 800 से ज्यादा नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है और 700 से ज्यादा नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. 15 नवंबर को चंद्रपुर की रैली ने अमित शाह ने नक्सलवाद खत्म करने की डेडलाइन दी थी. अमित शाह ने कहा था कि “छत्तीसगढ़ में जो भी नक्सल खतरा बचा है, हम उसे 31 मार्च 2026 तक समाप्त कर देंगे.’’
कर्नाटक में नक्सली कमांडर विक्रम गौड़ा मारा गया
सुकमा में हुए नक्सली एनकाउंटर से पहले इसी हफ्ते कर्नाटक में नक्सली कमांडर को भी मारा गया था. पिछले कुछ दिनों से हेबरी इलाके में नक्सली मूवमेट की आशंका को देखते हुए एंटी नक्सल फोर्स (एएनएफ) ने सघन तलाशी अभियान चलाया था. सोमवार को देर रात पीठा बैलू के पास राशन लेने आए 5 नक्सलियों को घेरा गया था. जिसके बाद दोनों तरफ से जमकर गोलीबारी हुई. एनकाउंटर में विक्रम गौड़ा मारा गया जबकि 4 नक्सली जंगल की ओर फरार हो गए. विक्रम गौड़ा अंडरग्राउंड नक्सलियों में से एक था.