मॉस्को के दौरे पर गए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मुलाकात की है. इस दौरान राजनाथ सिंह ने पुतिन से कहा कि भारत और रूस की दोस्ती सबसे ऊंचे पर्वत से ऊंची और सबसे गहरे समंदर से गहरी है.
राजनाथ सिंह और पुतिन के बीच मीटिंग क्रेमलिन (रूसी राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास) पर हुई. इस दौरान रूसी रक्षा मंत्री आंद्रेई बेलौसोव और मॉस्को में भारत के राजदूत विनय कुमार भी मौजूद थे. राजनाथ सिंह ने रूसी राष्ट्रपति को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शुभकामनाएं प्रेषित की.
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, पुतिन से मुलाकात के दौरान राजनाथ सिंह ने दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग पर चर्चा की. दोनों नेताओं ने इस बात पर जोर दिया कि भारत और रूस की साझेदारी में अपार संभावनाएं हैं, जिससे उल्लेखनीय परिणामों का मार्ग प्रशस्त होगा. (https://x.com/neeraj_rajput/status/1866505084005445662)
मीटिंग के दौरान राजनाथ सिंह ने दोनों देशों की मित्रता को सबसे ऊंचे पर्वत से ऊंची और सबसे गहरे समंदर से गहरी बताई. ऐसा इसलिए क्योंकि हाल के दिनों में चीन और पाकिस्तान ने एक दूसरी की दोस्ती को हिमालय से ऊंची और समंदर से गहरी बताई थी.
राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत हमेशा रूसी मित्र के साथ खड़ा रहा है और भविष्य में भी ऐसा ही होगा.
रक्षा मंत्री इनदिनों तीन दिवसीय (8-10 दिसंबर) रूसी दौरे पर हैं. इस दौरान राजनाथ सिंह की मौजूदगी में रूस में बने युद्धपोत आईएनएस तुशिल को नौसेना के जंगी बेड़े में शामिल किया गया.
दौरे के आखिरी दिन राजनाथ सिंह ने रूसी रक्षा मंत्री आंद्रेई बेलौसोव के साथ 21वीं इंडिया-रशिया इंटर-गवर्नमेंटल कमीशन ऑन मिलिट्री एंड मिलिट्री टेक्निकल कॉपरेशन की मीटिंग में हिस्सा लिया.
राजनाथ सिंह ने मीटिंग के दौरान कहा कि भारत-रूस संबंध बहुत मजबूत हैं, और एक विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी की जिम्मेदारियों को पूरा किया गया है. राजनाथ सिंह ने कहा कि पीएम मोदी की हाल में रूस की हुई यात्राओं से दोनों देशों के संबंध बेहद मजबूत हुए हैं.
राजनाथ सिंह ने कहा कि “जियो-पॉलिटिकल चुनौतियों और विदेशी ताकतों के सार्वजनिक और निजी तौर से भारी दबाव के बावजूद भारत ने रूस के साथ ना केवल चलने का फैसला किया बल्कि संबंधों को मजबूत भी किया.”
रक्षा मंत्री ने रूसी इंडस्ट्री को मेक इन इंडिया के तहत नई संभावनाएं तलाशने का प्रस्ताव दिया.
राजनाथ सिंह ने अगले मिलिट्री कॉपरेशन की मीटिंग के लिए रूसी समकक्ष बेलौसोव को भारत दौरे का निमंत्रण दिया.
राजनाथ सिंह को इससे पहले मॉस्को स्थित रूसी रक्षा मंत्रालय के हेडक्वार्टर में गार्ड ऑफ ऑनर दिया और टॉम्ब ऑफ द अननोन सोल्जर के मेमोरियल पर जाकर द्वितीय विश्वयुद्ध में मारे गए रूसी सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की.