सीरिया में हुई सियासी उथल पुथल और राष्ट्रपति असद के रूस चले जाने के बाद दिल्ली में सीरियाई दूतावास ने अपना झंडा उतारकर विद्रोहियों का झंडा लगा दिया है.
सीरिया में तख्तापलट के बाद अब दिल्ली में सीरिया के दूतावास पर हरा, सफेद, लाल और काले रंग का झंडा लहराते देखा गया है. जिससे ये साफ हो रहा है कि सीरिया के राजनयिकों ने विद्रोहियों को मान्यता दे दी है. सीरिया की राजधानी दमिश्क में विद्रोहियों के कब्जे के बाद मोहम्मद अल बशीर को कार्यवाहक पीएम नियुक्त किया गया है.
दिल्ली में सीरिया के दूतावास पर विद्रोहियों का झंडा
दिल्ली में सीरिया के दूतावास ने अब विद्रोहियों के झंडे को अपना लिया है. पहले दूतावास पर दो सितारे वाला लाल, काला, हरा और सफेद झंडा लगा रहता था तो अब उस झंडे को हटाकर तीन सितारे वाला दूसरा झंडा फहरा दिया गया है, जिसके बाद माना जा रहा है कि राजनयिकों ने विद्रोहियों को मान्यता दे दी है.
विद्रोहियाों के नए झंडे का डिजाइन पुराने झंडे से थोड़ा अलग है.विद्रोहियों के नए झंडे को लेकर लोगों में उत्साह है. बर्लिन, एथेंस और इस्तांबुल तक सीरियाई विद्रोही गुटों के समर्थक इस नए झंडे को लहरा रहे हैं. (सीरिया के विद्रोही असल में आतंकी, इजरायल ने की ताबड़तोड़ स्ट्राइक)
मोहम्मद अल बशीर बने हैं सीरिया के नए कार्यवाहक पीएम
सीरिया में अब विद्रोही गुट ने मोहम्मद अल बशीर को नया अंतरिम पीएम घोषित किया है. मोहम्मद अल बशीर 1 मार्च 2025 तक सत्ता में रहेंगे.वहीं अब नए पीएम ने विदेशों में रह रहे सीरियाई शरणार्थियों को वापस लाने की घोषणा की है.
मोहम्मद अल बशीर के पीएम बनने के बाद हिजबुल्लाह ने कहा है कि पीएम को सीरिया में हुए इजरायली कब्जे का विरोध करना चाहिए. तो इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने वॉर्निंग देते हुए कहा है कि उम्मीद है कि मोहम्मद अल बशीर पुराने राष्ट्रपति असद के रास्ते पर नहीं चलेंगे और ईरान को सीरिया में दोबारा घुसपैठ करने का मौका नहीं देंगे. (सीरिया से लौटे भारतीय ने सुनाई आपबीती)