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रशियन जनरल की हत्या, Pentagon की बायोलैब्स का किया था खुलासा

रूसी सेना के एक टॉप मिलिट्री कमांडर की राजधानी मॉस्को में आईईडी ब्लास्ट में मौत हो गई. लेफ्टिनेंट जनरल इगोर क्रीलोव, रूसी सेना के केमिकल-विंग के प्रमुख थे. जनरल इगोर ने हाल ही में यूक्रेन पर डर्टी-बम बनाने का आरोप लगाया था.

पेंटागन की मदद से यूक्रेन में बायोलैब्स बनाने पर रूसी जनरल ने एक रिपोर्ट रिलीज की थी.  

जानकारी के मुताबिक, मंगलवार सुबह जैसे ही जनरल इगोर अपने मॉस्को स्थित घर से बाहर निकले पार्किंग में खड़े एक स्कूटर में जबरदस्त ब्लास्ट हुआ. इस ब्लास्ट में जनरल इगोर के साथ ही उनका एक अस्सिटेंट भी मारा गया.

जांच में पता चला है कि आईईडी ब्लास्ट में टीएनटी एक्सप्लोजिव का इस्तेमाल किया गया था.

जनरल इगोर पर जानलेवा हमले से मॉस्को में हड़कंप मच गया है. जनरल इगोर की रिहाइश क्रेमलिन (रूसी राष्ट्रपति के आधिकारिक निवास) से करीब सात किलोमीटर की दूरी पर थी. (https://x.com/neeraj_rajput/status/1868945018766917791)

यूक्रेन के खिलाफ जंग शुरू होने के समय से ही यानी फरवरी 2022 से ही जनरल इगोर रूस के केमिकल, बायोलॉजिकल और रेडिएशन (सीबीआर) विंग के प्रमुख थे.

युद्ध शुरू होने के महज एक महीने के भीतर यानी मार्च 2022 में जनरल इगोर ने यूक्रेन में अमेरिकी रक्षा विभाग (पेंटागन) की मदद से चलाई जा रही बायोलैब्स पर एक रिपोर्ट जारी की थी.

पुतिन ने यूक्रेन पर हमला (स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन) शुरु करने के पीछे एक बड़ा कारण पेंटागन की मदद से चलाई जा रही बायोलैब्स को बताया था.

जनरल इगोर की रिपोर्ट में अमेरिका और यूक्रेनी सेना के उन अधिकारियों के नाम और फोटो तक शामिल थे जिन्होंने इन बायोलैब बनाने में अहम भूमिका निभाई थी.

जनरल इगोर की रिपोर्ट में स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन के दौरान यूक्रेनी ठिकानों से मिले दस्तावेजों का हवाला दिया गया था.

जनरल इगोर की रिपोर्ट में कोरोना वायरस और बर्ड (चमगादड़ इत्यादि) की मदद से यूक्रेन में बनाए जा रहे बायो-वेपन की जानकारी भी दी गई थी.

रूसी केमिकल विंग की समय-समय पर आई रिपोर्ट में आरोप लगाया गया था कि यूक्रेन अपने स्मोक-शैल में केमिकल का इस्तेमाल भी करता है. इसी साल अगस्त के महीने में जब यूक्रेनी सेना ने रूस के कुर्स्क प्रांत पर कब्जा किया था तब ऐसे केमिकल शैल के इस्तेमाल का आरोप लगाया गया था.

जनरल इगोर ने आरोप लगाया था कि जपोरिजया न्यूक्लियर प्लांट पर कब्जा करने के लिए यूक्रेनी सेना एक शॉर्ट-सर्किट का इस्तेमाल करने जा रही है. जनरल इगोर की केमिकल विंग ने उस हमले को विफल कर दिया था.

अक्टूबर के महीने में जनरल इगोर ने खुलासा किया था कि यूक्रेन डर्टी-बम (परमाणु बम) इस्तेमाल करने की तैयारी कर रहा है.

वहीं, यूक्रेन ने जनरल इगोर को अपनी प्रतिबंधित सूची में डाला हुआ था. क्योंकि यूक्रेन ने पिछले तीन सालों में रूस पर करीब 5000 केमिकल अटैक करने का आरोप लगाया है. इसके लिए यूक्रेन जनरल इगोर को कसूरवार मानता था.