भारत के प्रधानमंत्री से आंख चुराए घूम रहे हैं और पाकिस्तानी पीएम से बार-बार मुलाकात कर रहे हैं बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस.
मोहम्मद यूनुस उस देश से दोस्ती गांठने में जुट गए हैं. जिससे कभी बांग्लादेश को भारत की मदद से आजादी मिली थी. पिछले 4 महीने में मोहम्मद यूनुस ने पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ से दूसरी बार मुलाकात हुई है.
गुरुवार को बांग्लादेश के अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस और पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ की मुलाकात मिस्र के काहिरा में हुई है. शहबाज शरीफ और मोहम्मद यूनुस में ये द्विपक्षीय बैठक ने डी-8 कॉन्फ्रेंस के इतर हुई.
ये मुलाकात तब हुई है जब हाल ही में बांग्लादेश ने भारत से डिस्काउंट रेट पर 50 हजार टन चावल की मांग की है.
हम अपने भाई बांग्लादेश के साथ रिश्ते सुधारने के लिए उत्सुक: शहबाज
पहले पाकिस्तानी जहाज की बांग्लादेश में एंट्री फिर वीजा की सहूलियत, यूनुस सरकार के एक के बाद एक कई फैसले से गदगद है पाकिस्तान. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने मोहम्मद यूनुस को इस्लामाबाद आने का न्योता दिया है.
बांग्लादेश सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के साथ मुलाकात की तस्वीर शेयर करके बताया कि दोनों के बीच मुलाकात काहिरा में हुई है. अपनी बैठक में पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच संबंधों को सुधारने पर सहमति बनी. बैठक के दौरान मोहम्मद यूनुस ने पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ से साल 1971 के मुद्दों को सुलझाने की अपील की, ताकि इस्लामाबाद और ढाका के बीच संबंध और भी मजबूत हो सके. बैठक के दौरान दोनों देशों ने सार्क के पुनरुद्धार सहित पारस्परिक हित के मामलों पर चर्चा की. इस दौरान शहबाज शरीफ ने कहा है, कि “हम वास्तव में अपने भाई बांग्लादेश के साथ रिश्ते मजबूत करने को उत्सुक हैं.”
चार महीने में दूसरी बात शहबाज-यूनुस की मुलाकात
शेख हसीना के बांग्लादेश से चले जाने के बाद यूनुस सरकार भारत से रिश्ते बिगाड़कर पाकिस्तान से करीबी बढ़ाने लगी है. काहिरा में हुई द्विपक्षीय बैठक से पहले सितंबर के महीने में भी मोहम्मद यूनुस और शहबाज शरीफ के बीच मुलाकात हुई थी. दोनों के बीच मुलाकात अमेरिका में हुई थी.
दरअसल दोनों देश एक दूसरे के हमनवा इसलिए बने हुए हैं क्योंकि आतंकियों को पनाह देने की वजह से पाकिस्तान की दुनिया में किरकिरी होती है तो अब बांग्लादेश में हिंदुओं और अल्पसंख्यकों पर अत्याचार से यूनुस सरकार की थूथू हो रही है. ऐसे में दोनों देश एक दूसरे से दोस्ती करके एशिया में अपनी छवि सुधारने की कोशिश कर रहे हैं और भारत के खिलाफ कूटनीतिक साजिश रच रहे हैं. पर दोनों देश ये नहीं जानते हैं कि भारत भी अब इनका बाप है और पूरी दुनिया में भारत की कूटनीति की तूती बोलती है.