पड़ोसी देश बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने कैसे-कैसे लोगों को सलाहकार बना रखा है. ना तो ज्ञान और ना ही बोलने-कहने का सहूर. ऐसे ही एक सलाहकार महफूज आलम को विदेश मंत्रालय ने जमकर फटकार लगाई है.
ये वही महफूज आलम हैं, जिन्होंने अपने फेसबुक पोस्ट पर पश्चिम बंगाल, असम और त्रिपुरा को बांग्लादेश का हिस्सा बताया था. जुलाई-अगस्त में अमेरिका में एक कार्यक्रम में महफूज आलम को बांग्लादेश में “योजनाबद्ध क्रांति के मास्टरमाइंड” के रूप में पेश किया गया था. अब विदेश मंत्री जयशंकर की टीम ने महफूज आलम समेत अंतरिम सरकार को आईना दिखाया है.
अंतरिम सरकार से विदेश मंत्रालय ने जताया विरोध
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के सलाहकारों में से एक महफूज आलम की पोस्ट पर विदेश मंत्रालय ने कड़ी प्रतिक्रिया जताई है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कड़ी टिप्पणी करते हुए कहा कि “हमने इस मुद्दे पर बांग्लादेश पक्ष के समक्ष अपना कड़ा विरोध दर्ज कराया है.” (https://x.com/meghupdates/status/1870074126993633405?s=46)
रणधीर जायसवाल ने कहा, “हम समझते हैं कि जिस पोस्ट का उल्लेख किया जा रहा था उसे कथित तौर पर हटा दिया गया है. हम सभी संबंधित पक्षों को उनकी सार्वजनिक टिप्पणियों के प्रति सचेत रहने की याद दिलाना चाहेंगे, जबकि भारत ने बार-बार बांग्लादेश के लोगों और अंतरिम सरकार के साथ संबंधों को बढ़ावा देने में रुचि का संकेत दिया है, ऐसे में अंतरिम सरकार को कोई भी टिप्पणी सावधानी से करनी चाहिए.”
महफूज आलम की भारत विरोधी पोस्ट, भारतीय राज्यों को बताया बांग्लादेश का हिस्सा
महफूज आलम भले ही मंत्री नहीं हैं पर बांग्लादेश के प्रभावशाली व्यक्तियों में से एक हैं. मोहम्मद यूनुस सरकार के सलाहकार महफूज आलम ने अपनी फेसबुक पोस्ट में कहा था कि “उनका सपना समग्र बंगाल का है. भारत, पाकिस्तान की राजनीति के कारण बंगाल खंडित है.”
हिंदुओं की रक्षा करना बांग्लादेश की जिम्मेदारी: कीर्तिवर्धन सिंह
इससे पहले विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह ने संसद में बांग्लादेश में हिंदुओं की हिंसा पर बयान दिया था. कीर्तिवर्धन सिंह ने संसद को बताया कि “भारत सरकार ने जगन्नाथ मंदिर में तोड़फोड़, तांतीबाजार, ढाका में एक पूजा मंडप पर हमले और दुर्गा पूजा के दौरान सतखिरा में जेशोरेश्वरी काली मंदिर में चोरी पर बांग्लादेश को सावधान किया है.”
कीर्तिवर्धन सिंह ने कहा “हिंदुओं के जीवन और स्वतंत्रता की रक्षा करने की प्राथमिक जिम्मेदारी ढाका में अंतरिम सरकार की है. मगर भारत हिंदुओं के हालात पर नजर बनाए हुए है.” कीर्तिवर्धन सिंह ने कहा- “बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य सभी अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को लेकर भारत की चिंताओं को बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के अधिकारियों के समक्ष विभिन्न अवसरों पर, उच्चतम स्तर पर भी, उठाया गया और दोहराया गया है. अल्पसंख्यकों सहित बांग्लादेश के सभी नागरिकों के जीवन और स्वतंत्रता की सुरक्षा की प्राथमिक जिम्मेदारी बांग्लादेश सरकार की है.”