Breaking News Lone-Wolf

जर्मनी में क्रिसमस मार्केट में नरसंहार, सिरफिरे Refugee ने कार से रौंदा, 10 की मौत 60 घायल

जर्मनी में क्रिसमस की शॉपिंग कर रहे लोगों की भीड़ पर एक सिरफिरे ने कार से हमला कर दिया. बेहद तेज रफ्तार से लोगों पर कार चढ़ाने की इस घटना में 10 लोगों की जान चली गई है और 60 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. मारे जाने वालों में एक बच्चा भी शामिल है. घटना के बाद जर्मन पुलिस ने सिरफिरे कार ड्राइवर को धर-दबोचा है जो पेशे से डॉक्टर है और सऊदी अरब का रहने वाला है.

जर्मन पुलिस का मानना है कि आरोपी डॉक्टर ने अकेले ही इस घटना को अंजाम दिया है. हालांकि, अभी तक ये पता नहीं चल पाया है कि सिरफिरे ने ये नरसंहार क्यों किया. जानकारी के मुताबिक, आरोपी ने सऊदी अरब से भागकर जर्मनी में शरण ले रखी थी.

घटना जर्मनी के मागडेबर्ग शहर की है जहां शुक्रवार देर शाम लोग बाजार में क्रिसमस की खरीदारी कर रहे थे. इस बाजार को क्रिसमस मार्केट के नाम से ही जाना जाता है.

घटना की सीसीटीवी फुटेज में साफ दिखाई पड़ रहा है कि कैसे सिरफिरे शरणार्थी ने कार के जरिए अपनी कार से लोगों को रौंद दिया. कार की टक्कर से लोग जहां-तहां गिर गए. (https://x.com/FinalAssault23/status/1870301637769621934)

जर्मन पुलिस तुरंत हरकत में आई और सिरफिरे पर काबू पाया. आरोपी से कड़ी पूछताछ की जा रही है कि आखिर उसने इस लोन-वुल्फ अटैक को अंजाम क्यों दिया.

खबर है कि सऊदी अरब सरकार ने इस डॉक्टर के प्रत्यर्पण की अपील की थी जिसे जर्मनी की सरकार ने ठुकराया दिया था.

पहले भी हो चुके हैं लोन-वुल्फ अटैक

जर्मनी में ये पहली घटना नहीं है जहां किसी लोन-वुल्फ ने कार के जरिए नरसंहार की कोशिश की है.

वर्ष 2016 में नव-वर्ष के मौके पर एक सिरफिरे ने भीड़ को ट्रक से कुचल दिया था. इस घटना में एक दर्जन लोगों की जान चली गई थी.

इसी साल अगस्त के महीने में एक शरणार्थी ने पुलिसकर्मियों सहित दक्षिणपंथी विचारधारा वाले लोगों के एक धरने पर चाकू से हमला कर दिया था. हमले में एक पुलिसकर्मी की जान चली गई थी.

दुनियाभर में गुस्सा

जर्मनी के मागडेबर्ग शहर में क्रिसमस मार्केट में कार से कुचलने पर दुनियाभर में लोगों में गुस्सा है. एक्स के मालिक एलन मस्क ने घटना को जानबूझकर किया गया ‘नरसंहार’ करार दिया है. ()https://x.com/elonmusk/status/1870200395823276310

जर्मनी के चांसलर ओलाफ शुल्ज ने घटना पर खेद जताया है और अपनी संवेदनाएं मेगडेबर्ग के लोगों से साझा की हैं. नाटो के सेक्रेटरी जनरल ने इसे ‘घिनौनी’ घटना कहा है.