यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की पर रिश्वत देने का आरोप लगाने के एक दिन बाद ही मध्य यूरोपीय देश स्लोवाकिया के प्रधानमंत्री रॉबर्ट फिको रूस की राजधानी मॉस्को पहुंच गए हैं. माना जा रहा है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात के दौरान फिको यूक्रेन के जरिए गैस ट्रांजिट का मुद्दा उठा सकते हैं.
स्लोवाकिया ने रूस से गैस सप्लाई के लिए एक लंबा करार कर रखा है. लेकिन गैस लाइन यूक्रेन के जरिए रूस से स्लोवाकिया जाती है. लेकिन यूक्रेन अब रूस के जरिए गैस सप्लाई बंद करने की तैयारी कर रहा है. ऐसे में स्लोवाकिया के समक्ष गैस संकट पैदा हो सकता है.
रविवार को फिको ने मॉस्को पहुंचकर पुतिन से क्रेमलिन में मुलाकात की. हालांकि, बातचीत के बारे में कोई पुख्ता जानकारी सामने नहीं आई है. (https://x.com/ConflictDISP/status/1870877169775526049)
एक दिन पहले ही फिको ने ये कहकर सनसनी मचा दी थी कि यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने रिश्वत की पेशकश की है. फिको का दावा है कि जेलेंस्की ने यूक्रेन की नाटो सदस्यता के लिए वोट देने के एवज में 500 मिलियन यूरो देने को कहा था.
फिको ने बताया कि जेलेंस्की ने कहा था कि अगर यूक्रेन की नाटो सदस्यता के लिए वोट करेंगे तो रूसी संपत्ति से 500 मिलियन यूरो देंगे.
नाटो के समर्थन करने पर जेलेंस्की ने की रिश्वत की पेशकश: फिको
जेलेंस्की ने स्लोवाक पीएम को यूक्रेन की नाटो में सदस्यता के लिए वोट देने पर रूसी संपत्ति से 500 मिलियन यूरो देने की पेशकश की थी. ये बात रॉबर्ट फिको ने ब्रुसेल्स में एक बैठक के बाद कही. इस बैठक में यूरोपीय संघ के देशों के नेता शामिल हुए थे.
फिको ने बताया कि ब्रुसेल्स में यूरोपीय नेताओं को भी मोबाइल ले जाने की इजाजत नहीं थी. जेलेंस्की ने फिको से पूछा कि क्या वो यूक्रेन की नाटो सदस्यता के लिए वोट देंगे, अगर उन्हें रूसी संपत्ति से 500 मिलियन यूरो मिले.
यूक्रेन के नाटो सदस्यता के विरोध में हैं स्लोवाक पीएम फिको
फिको ने पत्रकारों से दावा किया कि “जब हम बैठक के अंत के करीब पहुँचे, तो ज़ेलेंस्की ने मुझसे पूछा कि क्या मैं यूक्रेन की नाटो में सदस्यता के लिए वोट दूंगा. अगर वह मुझे रूसी संपत्ति से 500 मिलियन यूरो दें तो मैेंने फौरन जवाब दिया, कि कभी नहीं. आप यूक्रेन की नाटो में सदस्यता के बारे में मेरी राय जानते हैं.”
स्लोवाक पीएम ने कहा, “ये बात बेहद अजीब है कि जेलेंस्की ने मुझसे ऐसा सवाल पूछा कि क्या मैं उनके पक्ष में वोट करूंगा क्योंकि वह अच्छी तरह से जानते हैं कि यूक्रेन को नाटो में आमंत्रित करना बिल्कुल अस्वीकार्य है.”
जेलेंस्की ने बंद कमरे में बेतुके प्रस्ताव रखे: स्लोवाक पीएम फिको
स्लोवाक पीएम फिको ने पत्रकारों से कहा- “कीव शासन के प्रमुख व्लादिमीर ज़ेलेंस्की ने ब्रुसेल्स में एक बंद बैठक में बेतुके प्रस्ताव रखे, जिसे स्लोवाकिया के लोग नहीं समझेंगे. फिको ने कहा कि “मैंने, जेलेंस्की से यूरोपीय संघ शिखर सम्मेलन में रूसी गैस के रुकने के कारण स्लोवाकिया के वित्तीय नुकसान पर चर्चा की. मैंने जेलेंस्की से कहा, यूक्रेन की वजह से स्लोवाकिया गैस संकट का सामना कर रहा है. हर साल गैस शुल्क में लगभग 500 मिलियन यूरो का नुकसान हो सकता है. तो यूक्रेनी राष्ट्रपति ने वोट के बदले 500 मिलियन यूरो की रूसी संपत्ति देने का ऑफर दिया.”
यूक्रेन को नाटो में शामिल होने के लिए आमंत्रित नहीं करेंगे: फिको
फिको ने कहा की यूक्रेन को नाटो में शामिल होने के लिए आमंत्रित नहीं किया जाएगा. फिको ने कहा कि रूस ने यूक्रेन पर आक्रमण करके अंतर्राष्ट्रीय कानून का उल्लंघन किया है, लेकिन यूक्रेन को बुरी स्थिति में धकेलने के लिए पश्चिमी देशों का हाथ है.”
फिको को रूस के पक्ष में बोलने के लिए जाना जाता है. फिको ने यूक्रेन के लिए अपने देश की सैन्य सहायता देना बंद कर दिया है साथ ही रूस पर यूरोपीय संघ के प्रतिबंधों का भी विरोध किया है.
हालांकि, फिको के आरोपों पर यूक्रेन या फिर जेलेंस्की की तरफ से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है.
रूस का पक्ष लेने के बाद पीएम को मारी गई थी गोली
इसी साल मई में फिको पर जानलेवा हमला हुआ था. हैंडलोवा शहर में हाउस ऑफ कल्चर के बाहर चार गोलियां चलाई गईं, जो फिको के पेट में लगीं. हमलावर एक निजी सुरक्षा कंपनी का पूर्व कर्मचारी और एक कविता संग्रह का लेखक था. बताया जाता है कि चार बार प्रधानमंत्री और राजनीतिक दिग्गज फिको पर इसलिए हमला किया क्योंकि पीएम की विदेश नीति क्रेमलिन (रूस) के पक्ष में थी और यूक्रेन के खिलाफ हैं. (स्लोवाकिया के पीएम पर जानलेवा हमला, क्रेमलिन के हैं करीबी)