रूस ने बुधवार को यूक्रेन के पावर ग्रिड को टारगेट कर मिसाइल हमलों से बड़ा नुकसान पहुंचाया है. रूसी हमले में यूक्रेन के ऊर्जा संयंत्र तहस नहस हो गए हैं, जिसके बाद क्रिसमस के मौके पर यूक्रेन के कई शहर अंधेरे में डूब गए हैं.
यूक्रेन में मिसाइल हमलों के खौफ से लोगों ने मेट्रो स्टेशन में जाकर शरण ली है. रूसी मिसाइल हमले के बाद यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की भड़क उठे हैं. जेलेस्की ने कहा है कि रूस ने जानबूझकर क्रिसमस का दिन हमले के लिए चुना है.
क्यों चुना क्रिसमस का दिन चुना
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट पर ऊर्जा संयंत्रों पर हमले के खिलाफ गुस्सा जाहिर किया है. जेलेंस्की ने लिखा, “हर बड़े रूसी हमले की तैयारी के लिए समय की आवश्यकता होती है. यह कभी भी एक सहज निर्णय नहीं होता है. यह एक जानबूझकर किया गया विकल्प है – न केवल लक्ष्य का बल्कि समय और तारीख का भी.”
जेलेंस्की ने कहा कि, “पुतिन ने जानबूझकर हमले के लिए क्रिसमस को चुना. इससे अधिक अमानवीय क्या हो सकता है? बैलिस्टिक सहित 70 से अधिक मिसाइलें, और सौ से अधिक हमलावर ड्रोन. लक्ष्य हमारे ऊर्जा बुनियादी ढांचे हैं. यूक्रेन ब्लैकआउट के खिलाफ लड़ाई जारी रखे हुए है.” (https://x.com/ZelenskyyUa/status/1871826731666985172)
यूक्रेन के पावर ग्रिड पर बार-बार टारगेट कर रहा है रूस
हाल ही में रूस ने यूक्रेन पर अटैक करके कई शहरों को अंधेरे में डुबो दिया था. अब बुधवार को एक बार फिर बिजली संयंत्रों पर रूस ने हमला किया है. यूक्रेन की सबसे बड़ी निजी बिजली कंपनी डीटीईके ने कहा, इस साल यूक्रेन के विद्युत ग्रिड पर रूस का यह 13वां हमला है.
डीटीईए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मैक्सिम टिमचेंको ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘क्रिसमस मना रहे लाखों शांतिप्रिय लोगों को भीषण सर्दी में ऊर्जा प्रणाली से वंचित करना एक शैतानी कार्य है, जिसका जवाब जरूर दिया जाना चाहिए.’’