अफगानिस्तान बॉर्डर पर सक्रिय तहरीक ए तालिबान (टीटीपी-पाकिस्तान) के लड़ाकों ने पाकिस्तान के एटमी इंजीनियर्स से भरी एक बस को अगवा करने का दावा किया है. पाकिस्तान पुलिस ने हथियारों की नोंक पर किडनैप किए गए 16 में से 8 लोगों को हालांकि, सुरक्षित बचा लिया है, जिनमें से तीन लोगों को चोट आई हैं.
टीटीपी ने अगवा इंजीनियर्स का वीडियो भी जारी किया है जिससे पाकिस्तान में हड़कंप मच गया है. खैबर पख्तूनख्वा इलाके में मिनी बस में यात्रा कर रहे एटमी इंजीनियर्स को टीटीपी ने पकड़ने का दावा किया है. बगले झांक रहे पाकिस्तान ने सफाई में कहा कि अगवा न्यूक्लियर इंजीनियर्स नहीं बल्कि मजदूर हैं.
टीटीपी का एक वीडियो, जिसने उड़ाई पाकिस्तान की नींद
गुरुवार सुबह लगभग नौ बजे मिनीबस में यात्रा कर रहे पीएईसी (पाकिस्तान परमाणु ऊर्जा आयोग ) के कुछ इंजीनियर्स को हथियारबंद लोगों ने दारा तंग रोड पर रोका और किडनैप कर लिया. इस घटना में एक ड्राइवर भी शामिल था. थोड़ी बार सारे पाकिस्तानी लोग तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान के चंगुल में दिखाई दिए. एक वीडियो शेयर किया गया, जिसमें सभी बैठे हुए हैं और शहबाज सरकार से छुड़ाने की अपील कर रहे थे. बंधकों को पाकिस्तान सरकार से आतंकियों की मांग मानने का अनुरोध किया. (https://x.com/KabulFrontline/status/1877291481544745172)
अब पाकिस्तान पुलिस ने बंधकों में से आठ को सुरक्षित निकाल लेने का दावा किया है. पुलिस ने बंधकों की पहचान नहीं बताई है. पर कुछ पाकिस्तानी मीडिया ने कहा है कि वो एटमी इंजीनियर्स नहीं बल्कि मजदूर हैं. बहरहाल टीटीपी के चंगुल में फंसे बाकी बंधकों के लिए बड़े पैमाने पर ऑपरेशन चल रहा है.
यूरेनियम खदान में टीटीपी की बड़ी लूट
यह घटना खैबर पख्तूनख्वा के लक्की मरवट जिले में बढ़ते आतंकवाद और हिंसा के बीच हुई है. डेरा इस्माइल खान में पाकिस्तान के परमाणु ऊर्जा आयोग (पीएईसी) में काम करने वाले 18 इंजीनियरों को बंधक बनाए जाने के साथ ही पाकिस्तान की सबसे बड़ी यूरेनियम खदान से बड़ी मात्रा में यूरेनियम भी लूट लिया है.
पिछले कुछ दिनों में टीटीपी ने पाकिस्तान के नाक में दम कर दिया है. साल 2022 में पाकिस्तान सरकार के साथ संघर्ष विराम तोड़ने के बाद टीटीपी आए दिन आतंकी वारदातों को अंजाम दे रहा है. दूसरे देशों में आतंक को बढ़ावा देने वाला पाकिस्तान तीन मोर्चों पर घिरा हुआ है, एक तो टीटीटी जो अक्सर आतंकी वारदातें कर रहे हैं, दूसरे बीएलए (बलूच लिबरेशन आर्मी), जो चीन प्रोजेक्ट से जुड़े लोगों को निशाना बना रहा है तीसरा अफगानिस्तान का तालिबान प्रशासन, जो पाकिस्तान की एयर स्ट्राइक के बाद हावी हो गया है. (तालिबान का करारा जवाब, पाकिस्तानी मेजर की मौत)