दक्षिण कोरिया पर जबरन मार्शल लॉ थोपने वाले राष्ट्रपति यून सुक येओल को गिरफ्तार कर लिया गया है. यून सुक येओल दक्षिण कोरिया में महाभियोग का सामना कर रहे थे. पहले भी गिरफ्तारी की कोशिश की गई थी लेकिन समर्थकों के विरोध के चलते राष्ट्रपति को गिरफ्तार नहीं किया जा सका था.
पुलिस से भिड़े समर्थक, राष्ट्रपति अरेस्ट
सुबह के वक्त तीन हजार से ज्यादा पुलिस अधिकारी और भ्रष्टाचार विरोधी जांचकर्ता येओल के घर के पास पहुंचे. पहले से ही डेरा डाले यून के समर्थकों और सत्तारूढ़ पीपुल्स पावर पार्टी के सदस्यों ने पुलिस अधिकारियों को एक बार फिर रोक लिया. इस दौरान यून के समर्थकों और सुरक्षाबलों के साथ भिड़ंत भी हुई.
पुलिस ने कई समर्थकों को हिरासत में लिया. कड़ी मशक्कत के बाद यून सुक येओल को गिरफ्तार कर लिया गया. इससे पहले भी राष्ट्रपति को गिरफ्तार किए जाने की कोशिश की गई थी, लेकिन समर्थकों के चलते हर बार पुलिस को खाली हाथ लौटना पड़ा था. खबर है कि पुलिसकर्मियों को सीढ़ी लगाकर येओल के अंदर दाखिल होना पड़ा.
छह घंटे का मार्शल लॉ लगाना राष्ट्रपति को महंगा पड़ा
पिछले साल 3 दिसंबर को दक्षिण कोरिया में उस वक्त हड़कंप मच गया जब राष्ट्रपति यून सुक येओल ने मार्शल लॉ की घोषणा की थी. राजधानी सेयोल की सड़कों, प्रतिष्ठानों में हर जगह सेना के जवान नजर आ रहे थे. हर जगह दहशत का माहौल बन गया. किसी को समझ नहीं आ रहा था कि आखिर मार्शल लॉ की घोषणा क्यों की गई.
राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में जनता को बताया कि विपक्ष की दुश्मन उत्तर कोरिया के साथ सांठगांठ के चलते मार्शल लॉ जरूरी है. लेकिन तकरीबन छह घंटे के हल्ला हंगामे के बाद मार्शल लॉ हटा दिया गया. बाद में विपक्ष ने राष्ट्रपति के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पास किया तो जांच एजेंसियों ने मार्शल लॉ लगाए जाने को देशद्रोह करार दिया.
राष्ट्रपति को मार्शल लॉ की सलाह देने वाले साउथ कोरिया के डिफेंस मिनिस्टर पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं और अब राष्ट्रपति को भी गिरफ्तार कर लिया गया है.
यून को अपमानित किया जा रहा है: वकील
राष्ट्रपति यून सुक येओल के वकीलों का दावा है कि उनके खिलाफ जांच और गिरफ्तारी एक साजिश का हिस्सा है. सिर्फ राष्ट्रपति को नीचा दिखाने और अपमानित करने के लिए ही गिरफ्तारी की गई है. कोर्ट में सारी दलीलें रखी जाएंगी. बहरहाल साउथ कोरिया में राजनीतिक उथलपुथल है और राष्ट्रपति की गिरफ्तारी होना एक बड़ा घटनाक्रम माना जा रहा है.