भारत में रह रहीं बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना ने एक ऑडियो रिलीज करके बताया है कि अगर 20-25 मिनट की देर हो जाती तो उनकी हत्या हो जाती.
शेख हसीना के ऑडियो को अवामी लीग पार्टी ने अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है, जिसमें शेख हसीना ने कहा है कि “रेहाना (बहन) और मैं उनकी साजिश का शिकार नहीं हो पाए. हम बच गए, अगर 20-25 मिनट तक हम वहां और होते तो, हमारे साथ कुछ भी हो सकता था.”
हम अगर वहां रुकते तो कुछ भी हो सकता था: शेख हसीना
शेख हसीना ने तख्तापलट के दौरान के हालात को ऑडियो के जरिए बयान किया है. शेख हसीना ने अपने ऑडियो में बताया है कि बांग्लादेश में उनकी और बहन की हत्या की साजिश रची गई थी.
शेख हसीना ने भावुक होते हुए अपने ऑडियो में कहा कि “अल्लाह की मर्जी थी कि मैं बच गई. एक बार नहीं बल्कि कई बार उनके खिलाफ जान से मारने की साजिशें रची गई थीं. ग्रेनेड से हमला, कोटालीपारा में बम की साजिश इसके बाद अभी भी खतरा बना हुआ है. ये सिर्फ अल्लाह का रहम है कि मैं आज जिंदा हूं. मैं पीड़ित हूं, आज मैं अपने देश में नहीं हूं, अपने घर से बहुत दूर हूं. वहां सब कुछ जल गया है.”
बांग्लादेश ने की है शेख हसीना के प्रत्यर्पण की मांग
पिछले साल 5 अगस्त को बांग्लादेश छोड़कर आईं शेख हसीना और उनकी बहन भारत में शरण लिए हुए हैं.
दूसरी तरफ, बांग्लादेश में शेख हसीना के खिलाफ एक के बाद एक कई मामले दर्ज किए गए हैं, जिसमें लोगों की हत्या, अपहरण और गायब किए जाने के कई संगीन केस हैं. कई एफआईआर दर्ज होने के बाद बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने भारत से शेख हसीना के प्रत्यर्पण के लिए पत्र लिखा है. साथ ही आईसीजे (अंतरराष्ट्रीय कोर्ट) से भी गुहार लगाने की बात कही है.