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अमेरिका में नेतन्याहू, इजरायल ने कतर नहीं भेजा प्रतिनिधिमंडल

आतंकी संगठन हमास के साथ युद्ध विराम के दूसरे चरण की बातचीत से पहले अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मिले हैं राष्ट्रपति बेंजामिन नेतन्याहू. इस मुलाकात के दौरान एलन मस्क भी साथ रहे. नेतन्याहू, ट्रंप और मस्क की तस्वीर भी सामने आई है.

ट्रंप और नेतन्याहू के बीच किन मुद्दों पर बात की गई है, व्हाइट हाउस के बयान का इंतजार है. लेकिन हमास के साथ मध्यस्थता कराने वाले कतर ने उम्मीद जताई है कि ट्रंप, वार्ता के दूसरे चरण को लेकर नेतन्याहू पर दबाव बनाएंगे. 

कतर के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, कि “दोहा को उम्मीद है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात के दौरान गाजा युद्ध विराम और बंधक रिहाई समझौते के दूसरे चरण तक पहुंचने के लिए कोशिश करेंगे.”

हमास-इजरायल में दूसरे चरण की बातचीत, इजरायल ने नहीं भेजा प्रतिनिधिमंडल 

इजरायल के बंधकों की वापसी और गाजा में स्थाई तौर पर सीजफायर को लेकर सोमवार को दोहा में बातचीत शुरु होनी थी. लेकिन इजरायल ने इस बातचीत के लिए अपना प्रतिनिधिमंडल नहीं भेजा है. मध्यस्थता कराने वाले कतर के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मजीद अल अंसारी ने कहा है कि “नेतन्याहू, अमेरिका में है और उम्मीद है कि ट्रंप उनसे युद्ध विराम के अगले चरण को लेकर बातचीत करेंगे.”

मजीद अल अंसारी ने अपने बयान में कहा, “युद्ध विराम का 16वें दिन इजरायली प्रतिनिधिमंडल को दोहा आना था और हम दूसरे चरण की वार्ता शुरू करते. हालांकि, उन्होंने अभी तक प्रतिनिधिमंडल नहीं भेजा है, लेकिन हम दोनों पक्षों के संपर्क में हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे इसके लिए प्रतिबद्ध रहे. मेरी समझ से, प्रधानमंत्री नेतन्याहू पहले राष्ट्रपति ट्रंप से मिलना चाहते हैं और उनके साथ चर्चा करना चाहते हैं और फिर प्रतिनिधिमंडल भेजना चाहते हैं.”

मजीद अल अंसारी ने कहा, “ट्रंप प्रधानमंत्री नेतन्याहू को बताएंगे कि वह मध्यस्थता प्रक्रिया में विश्वास करते हैं, वह बंधकों को वापस घर लाने में विश्वास करते हैं और उनका मानना है कि वार्ता आगे बढ़नी चाहिए.”

अमेरिका में ट्रंप और मस्क से मिले बेंजामिन नेतन्याहू

सोशल मीडिया पर एक तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है, जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दोनों तरफ एलन मस्क और बेंजामिन नेतन्याहू खड़े हैं. दावा किया जा रहा है कि व्हाइट हाउस में नेतन्याहू और ट्रंप की मीटिंग हो चुकी है. लेकिन मीटिंग को लेकर कोई भी आधिकारिक बयान न तो व्हाइट हाउस की ओर से आया है और न ही इजरायली पीएम के कार्यालय से.

शांति वार्ता या हमास का काल बनेगा इजरायल?

सत्ता संभालने के बाद ट्रंप ने अपने एक बयान में कहा था, कि “उन्हें नहीं लगता कि इजरायल-हमास के बीच ज्यादा दिनों तक समझौता टिका रहेगा.” दरअसल जिस तरह से सीजफायर के पहले चरण के दौरान हमास के आतंकी वर्दी पहनकर अपनी ताकत दिखाने की कोशिश कर रहे हैं, उससे इजरायली सेना आगबबूला है, लेकिन हाथ इसलिए बंधे हैं, क्योंकि कई इजरायली बंधक हमास के चंगुल में फंसे हुए हैं.

दूसरे चरण की बातचीत के लिए जिस तरह से इजरायल ने अपना प्रतिनिधिमंडल कतर नहीं भेजा है, उससे भी ऐसी आशंका है कि ट्रंप-नेतन्याहू मिलकर नया प्लान ऑफ एक्शन तैयार करें. मिडिल ईस्ट को इंतजार है कि नेतन्याहू और ट्रंप में किन मुद्दों पर बातचीत हुई है, माना जा रहा है कि जल्द ही व्हाइट हाउस की ओर से बयान जारी करके फिलिस्तीन, ईरान, लेबनान को लेकर हुई बातचीत के बारे में बताया जाए. 

अमेरिका रवाना होने से पहले क्या बोले नेतन्याहू?

नेतन्याहू ने अमेरिका रवाना होने से पहले बताया कि वो ट्रंप के साथ ‘हमास पर जीत’, ईरान को काउंटर करने की रणनीति, राजनयिक संबंधों और अरब मुल्कों में दोनों देशों की साझा रणनीतियों पर चर्चा करेंगे. बेंजामिन नेतन्याहू ने अपने बयान में हमास सहित पूरे क्षेत्र में ईरान समर्थित फोर्स के गठबंधन का जिक्र किया, जो इजरायल के लिए मुश्किलें पैदा कर रहा है.

नेतन्याहू ने कहा है कि “इजरायल-अमेरिका एक साथ काम करके, सुरक्षा को मजबूत कर सकते हैं, शांति के दायरे को बढ़ा बना सकते हैं और ताकत के बल पर शांति का युग हासिल कर सकते हैं.” 

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