सऊदी अरब से तेल की सप्लाई रोकने और रूस-यूक्रेन युद्ध समाप्त करने का फॉर्मूला बताने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन को दिया है एक ऑफर. अमेरिकी सैन्य मदद के बदले ट्रंप ने जेलेंस्की से एक समझौता करने को कहा है. यूक्रेन की धरती पर मिलने वाले खनिजों की डील के बदले ट्रंप मे मदद जारी रखने का आश्वासन दिया है.
ट्रंप ने अपने ऑफिस में पत्रकारों से कहा कि “अमेरिका ने यूक्रेन को अपने यूरोपीय सहयोगियों की तुलना में कहीं अधिक सैन्य और आर्थिक सहायता भेजी है. हम यूक्रेन के साथ एक ऐसा समझौता करना चाहते हैं, जिसके तहत हम उन्हें जो कुछ भी दे रहे हैं, उसके बदले में वो हमें अपने दुर्लभ खनिज तत्व दें.’’
दरअसल इन्हीं खनिजों के कारण ट्रंप की निगाह ग्रीनलैंड पर भी है. अभी तक ये खनिज अमेरिका, चीन से आयात करता है, लेकिन ट्रंप का मानना है कि अगर अमेरिका के पास खुद खनिज होगा तो चीन का मुंह नहीं ताकना पड़ेगा. यूक्रेन में यूरेनियम, लिथियम और टाइटेनियम के विशाल भंडार हैं. यूक्रेन को अमेरिका का पैसा चाहिए तो पैसे के बदले अमेरिका खनिज लेना चाहता है.
आर्थिक-सैन्य मदद के बदले खनिज देने को तैयार यूक्रेन: ट्रंप
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने ओवल दफ्तर में ये दावा किया किया, यूक्रेन की सरकार से यह संदेश मिला है कि वह आधुनिक उच्च प्रौद्योगिकी वाली अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण तत्वों तक अमेरिका को पहुंच प्रदान करने संबंधी एक समझौता करने के लिए तैयार हैं. ट्रंप ने कहा, ‘‘मैं धरती पर मिलने वाले इन दुर्लभ खनिज तत्वों का संरक्षण चाहता हूं. हम सैकड़ों अरब डॉलर खर्च कर रहे हैं. उनके पास बहुत बढ़िया दुर्लभ खनिज तत्व हैं और मैं इन दुर्लभ खनिज तत्वों का संरक्षण चाहता हूं. वो ऐसा करने के लिए तैयार हैं.’’
हम जल्द ही बेतुके युद्ध को रोकने वाले हैं: ट्रंप
डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर से रूस-यूक्रेन युद्ध को बेतुका और बेकार बताया है. ट्रंप ने कहा कि “हमारे अधिकारी, रूसी अधिकारियों से संपर्क में हैं. हमने रूस और यूक्रेन के मामले में बहुत प्रगति की है. देखते हैं कि क्या होता है. हम उस बेतुके युद्ध को रोकने जा रहे हैं.”
जेलेंस्की ने भी अपने हाल के बयान में इस बात की पुष्टि की है कि युद्ध को लेकर बातचीत की जा रही है. जेलेंस्की की टीम, ट्रंप प्रशासन के संपर्क में है, लेकिन ये चर्चाएं अभी ‘सामान्य स्तर’ पर हैं. विस्तृत समझौते के लिए आमने-सामने की बैठकें जल्द होंगी. जेलेंस्की ने कहा, ‘‘हमें इस पर और काम करने की जरूरत है.” (यूक्रेन को मिली मदद में हेरा फेरी, जेलेंस्की का कबूलनामा 100 बिलियन डॉलर हो गए हवा)