अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को शक है कि ईरान उनकी हत्या कराना चाहता है. लेकिन इसके साथ ही ट्रंप ने चेतावनी दी है कि अगर ऐसा हुआ तो ईरान को पूरी तरह तबाह कर दिया जाएगा.
ऐसा माना जाता है कि ईरान के चरमपंथी संगठन आईआरजीसी (इस्लामिक रेवोलेशन गार्ड कोर) के टॉप कमांडर कासिम सुलेमानी की हत्या का बदला लेने के लिए ईरान ने कई बार डोनाल्ड ट्रंप की हत्या की साजिश रची. ऐसे में ईरान को ट्रंप मानता है अपना नंबर वन दुश्मन.
ट्रंप ने अपने सलाहकारों से इस बात की घोषणा करते हुए टिप्पणी की है. वहीं ईरान ने ट्रंप की ताजा टिप्पणी पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन कुछ दिनों पहले ईरानी राष्ट्रपति पेजेश्कियान ने ये जरूर कहा था कि “ईरान, ट्रंप को कभी नहीं मारना चाहता.”
ईरान पर अधिकतम दबाव बनाने संबंधी शासकीय आदेश पर हस्ताक्षर करने के दौरान ट्रंप ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘अगर ईरान ने उनकी हत्या की तो उसे तबाह कर दिया जाएगा. मैंने सलाहकारों को निर्देश दिए हैं कि अगर वो ऐसा करते हैं, तो उन्हें तबाह कर दिया जाए, जिसके बाद कुछ भी नहीं बचेगा.’’
ट्रंप ने ईरान पर दिए कड़े प्रतिबंध लगाने के आदेश
डोनाल्ड ने ईरान से जुड़े एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसमें ईरान पर कड़े प्रतिबंध लगाने को कहा गया है. अमेरिकी ट्रेजरी विभाग को निर्देश दिया गया है कि वह ईरान पर सख्त आर्थिक प्रतिबंध लगाए, इसमें विशेष रूप से उसके तेल निर्यात को निशाना बनाने के आदेश दिए गए हैं. ट्रंप का मानना है कि “ईरान परमाणु हथियार बनाने के करीब पहुंच चुका है इसलिए प्रतिबंध जरूरी हैं.”
अमेरिका ने किया था चौंकाने वाला खुलासा, चुनाव के बाद ईरान करना चाहता था ट्रंप की हत्या
पिछले साल डोनाल्ड ट्रंप पर दो अटैक किए गए थे. एक पेंसिल्वेनिया की रैली के दौरान और दूसरा उनके गोल्फ खेलने के दौरान. पेंसिल्वेनिया में हुए हमले में गोली ट्रंप के कान को छूते हुए निकल गई थी, जबकि दूसरी घटना में फायरिंग से पहले ही शूटर को स्पेशल कमांडोज़ ने पकड़ लिया था. एफबीआई ने खुलासा किया कि ट्रंप पर तीसरा हमला होना था.
मामले की जांच के बाद मैनहट्टन में संघीय अदालत में दायर एक आपराधिक शिकायत में आरोप लगाया गया कि ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के एक अधिकारी ने सितंबर में एक भाड़े के शूटर को ट्रंप की निगरानी करने और उन्हें मारने की योजना बनाने का निर्देश दिया था. शिकायत में बताया गया है कि फरहाद शकेरी नाम के शख्स को ट्रंप की हत्या का जिम्मा सौंपा गया था, जो कि ईरान का एक सरकारी कर्मचारी था. शकेरी अफगानी नागरिक है, जो बचपन में अमेरिका में आकर बस गया था. ईरान ने उसे ट्रंप की हत्या के लिए 7 दिन का टारगेट दिया था. लेकिन शकेरी ने ईरानी अधिकारी को ये कहा था कि चुनाव में अगर ट्रंप हार जाते हैं, तो उन्हें मारना और आसान होगा.
ईरान ने न कभी साजिश रची, और न रचेगा: पेजेश्कियान
ट्रंप की ताजपोशी के बाद राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियान ने कहा था, कि ईरान ने कभी भी ट्रंप पर हमला करने की साजिश नहीं रची. ईरान ने कभी भी ट्रंप को न मारने की कोशिश की है, और न ही मारने की कोशिश करेगा. ईरानी राष्ट्रपति पेजेश्कियान ने अमेरिकी दावों का खंडन करते हुए कहा था कि- अमेरिका दशकों से ईरान के मामलों में हस्तक्षेप कर रहा है. ईरानी राष्ट्रपति ने ये भी कहा था कि “मुझे उम्मीद है कि ट्रंप क्षेत्र और दुनिया में शांति स्थापित करेंगे, न कि इसके विपरीत रक्तपात या युद्ध में योगदान देंगे.”