एक के बाद एक दुनियाभर के अलग-अलग देशों से रिश्ते खराब करने पर तुल गए हैं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप. ट्रंप के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने ऐलान किया है कि दक्षिण अफ्रीका में होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा नहीं लेंगे, क्योंकि दक्षिण अफ्रीकी सरकार अमेरिका विरोधी है.
इसी महीने 20-21 फरवरी को दक्षिण अफ्रीका में जोहान्सबर्ग में जी-20 देशों की बैठक है. मार्को रुबियो की घोषणा से पहले डोनाल्ड ट्रंप ने भी दक्षिण अफ्रीका को अमेरिकी फंडिंग देने से मना किया था.
जी 20 की बैठक के लिए दक्षिण अफ्रीका नहीं जाएंगे रुबियो
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “मैं जोहान्सबर्ग में जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा नहीं लूंगा. दक्षिण अफ्रीका बहुत बुरे काम कर रहा है. वह निजी संपत्ति का अधिग्रहण कर रहा है, जी-20 का इस्तेमाल ‘एकजुटता, समानता और स्थिरता’ को बढ़ावा देने के लिए कर रहा है. दूसरे शब्दों में कहे, तो मेरा काम अमेरिका के राष्ट्रीय हितों को आगे बढ़ाना है, न कि करदाताओं का पैसा बर्बाद करना या अमेरिकी विरोध को बढ़ावा देना.” (https://x.com/secrubio/status/1887288685517021298?s=46)
रुबियो से पहले ट्रंप ने साधा दक्षिण अफ्रीका पर निशाना
मार्को रुबियो के जी 20 में हिस्सा न लेने का बयान, डोनाल्ड ट्रंप के बयान के बाद आया है. ट्रंप ने हाल ही में अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भविष्य में सभी फंडिंग रोकने का वादा करते हुए कहा, “दक्षिण अफ्रीका जमीन जब्त कर रहा है और कुछ वर्गों के लोगों के साथ बहुत बुरा व्यवहार कर रहा है. दक्षिण अफ्रीका में मानवाधिकारों का बड़े पैमाने पर उल्लंघन सभी के सामने हो रहा है.”
दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति ने की मस्क से बात
दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने ट्रंप के इस दावे को खारिज किया है कि उनकी सरकार जमीन जब्त कर रही है. रामफोसा ने राष्ट्रपति ट्रंप के राइट हैंड और सरकार में बड़ी भूमिका निभाने वाले उद्योगपति एलन मस्क से बात की है.
राष्ट्रपति रामफोसा ने एलन मस्क से कहा है कि “अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की ओर से गलत जानकारी फैलाई जा रही है और वह अपने अमेरिकी समकक्ष ट्रंप को अपनी सरकार की भूमि सुधार नीति के बारे में बताने के लिए तैयार हैं.”
दक्षिण अफ्रीका दिसंबर 2024 से नवंबर 2025 तक जी-20 की अध्यक्षता कर रहा है. अमेरिका के विदेश मंत्री का इस मीटिंग में शामिल न होना दक्षिण अफ्रीका के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं है.
जी 20, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मैक्सिको, कोरिया गणराज्य, दक्षिण अफ्रीका गणराज्य, रूस, सऊदी अरब, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका का समूह है.