शनिवार को इजरायली बंधकों की रिहाई में देरी करने की हमास की धमकी से भड़क गए हैं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप. ट्रंप ने कहा है कि “अगर हमास शनिवार दोपहर तक गाजा में बंधक बनाए गए सभी बाकी बंधकों को रिहा नहीं करता है तो इजरायल और हमास के बीच अनिश्चित संघर्ष विराम समझौते को रद्द कर दिया जाना चाहिए.”
अपने शपथ से पहले भी ट्रंप ने बंधकों की रिहाई न किए जाने को लेकर हमास को चेतावनी दी थी कि अगर बंधक नहीं छोड़े तो कयामत आ जाएगी. साथ हू आतंकी संगठन हमास के लिए नर्क के दरवाजे खोल दिए जाएंगे.
शनिवार तक बंधक रिहा नहीं, तो सब बर्बाद हो जाएगा: ट्रंप
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने दफ्तर से हमास को लास्ट वॉर्निंग देते हुए कहा है- “अगर गाजा में बंधक बनाए गए सभी 73 लोगों को शनिवार दोपहर तक रिहा नहीं किया गया तो वह इजरायल-हमास सीजफायर को खत्म करने और हमास के खात्मे का प्रस्ताव रखेंगे. सबकुछ बर्बाद हो जाएगा, कई लोग मारे जाएंगे.”
ट्रंप की टिप्पणी हमास के बंधकों को लेकर दिए गए बयान के बाद आई है.
इजरायल ने समझौते का उल्लंघन किया, बंधकों की रिहाई में होगी देरी: हमास
हमास की सैन्य शाखा अल कस्साम बिग्रेड के प्रवक्ता अबू ओबैदा ने इजरायल पर युद्ध विराम समझौते का उल्लंघन करने का आरोप लगाया. हमास ने कहा- अब शनिवार की रिहाई में देरी करेंगे. समझौते के पहले चरण में अब तक दोनों पक्ष पांच बार अदला-बदली कर चुके हैं. हमास ने 16 बंधकों को रिहा किया है तो वहीं इजरायल ने 730 फलस्तीनी कैदी छोड़े हैं। अगली रिहाई शनिवार को होनी है.
इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने बुलाई बड़ी बैठक
हमास की इस घोषणा के बाद इजरायली बंधक परिवारों और उनके समर्थकों ने सोमवार रात को तेल अवीव में बंधक चौक पर जबर्दस्त प्रदर्शन किया है. बंधकों के परिवार वालों ने सरकार पर सीजफायर न तोड़ने की अपील की है. इस बीच गाजा में फिर से हालात बिगड़ने की आशंका देख प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने डिफेंस, एनएसए और विदेश मंत्री के साथ बैठक बुलाई है. इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज़ ने कहा, हमास की घोषणा ने सीजफायर समझौते का उल्लंघन किया है. जिसके बाद हमने सेना को गाजा और आंतरिक रक्षा के लिए अलर्ट रहने का निर्देश दिया है.
कतर में इजरायली प्रतिनिधिमंडल, अरब देशों की ट्रंप-नेतन्याहू को दो टूक
स्थाई तौर पर युद्ध विराम के लिए एक बार फिर से बातचीत शुरु की गई है. कतर में इजरायल के प्रतिनिधि देर से ही सही पहुंच गए हैं, लेकिन अरब देशों की शर्त है कि अगर गाजा से लोगों का विस्थापन नहीं रुका तो अरब देश अगले समझौते के लिए साथ नहीं देंगे. जॉर्डन, मिस्र समेत मिडिल ईस्ट के अधिकांश देशों ने ट्रंप के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है.मिस्र ने ऐलान किया कि वह 27 फरवरी को एक आपातकालीन अरब शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा. इसमें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा गाजा पट्टी से फिलिस्तीनियों को कहीं और बसाने के प्रस्ताव के खिलाफ मंथन किया जाएगा.
फिलिस्तीनियों को अपनी जमीन पर लौटने का हक नहीं- डोनाल्ड ट्रंप
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उनकी योजना के तहत फिलिस्तीनियों को गाजा में वापस आने का अधिकार नहीं होगा. अरब देशों से गाजा के फिलिस्तीनियों को बसाए जाने के बाद उनकी वापसी नहीं होगी. तकरीबन एक सप्ताह बाद डोनाल्ड ट्रंप ने अपने उस बयान से पलटी मार ली है, जिसमें गाजा पर अधिकार और लोगों के विस्थापन को उन्होंने अस्थाई बताया था. बंधकों की हालत देखकर भड़के हुए हैं ट्रंप और नेतन्याहू.
बंधकों की स्थिति को लेकर अमेरिका ने नाराजगी जाहिर की है, साथ है जिस तरह से गाजा में लोगों का वापसी के बाद हमास के लड़ाके बंदूक और वर्दी लेकर जश्न मना रहे हैं, उसको लेकर भी अमेरिका ने चिंता जताई है. इसलिए ट्रंप गाजा के लोगों को विस्थापित करने पर तुले हुए हैं तो अरब देश ट्रंप के प्रस्ताव को विध्वंसकारी बता रहे हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि मिडिल ईस्ट में एक बार फिर से विनाश शुरु हो सकता है.