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जब मिलेंगे ट्रंप-मोदी, रक्षा-सुरक्षा से लेकर इन मुद्दों पर होगी चर्चा

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अमेरिका में हैं. जब भी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और पीएम मोदी की मुलाकात हुई है, एक रिकॉर्ड बना है. मोदी-ट्रंप की दोस्ती की मिसाल दी जाती है, क्योंकि दुनिया में पीएम मोदी ही वो वैश्विक नेता हैं, जिनसे डोनाल्ड ट्रंप गले मिलना पसंद करते हैं.

व्हाइट हाउस में होने वाली ट्रंप-मोदी की मीटिंग इसलिए भी खास है, क्योंकि द्विपक्षीय वार्ता के दौरान रक्षा, व्यापार, वीजा और अप्रवासी भारतीयों को लेकर वार्ता की जा सकती है. साथ ही अशांत मिडिल ईस्ट और रूस-यूक्रेन युद्ध की समाप्ति का भी रोडमैप बनाया जा सकता है, क्योंकि अमेरिका ने कहा था मोदी, युद्ध रुकवाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं.

व्हाइट हाउस में डिनर डिप्लोमेसी, द्विपक्षीय वार्ता के मुद्दे क्या?

  • चीन पर चर्चा

हिंद महासागर में चीन के दबदबे को लेकर पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप के बीच चर्चा की जा सकती है. भारत-अमेरिका क्वाड देश समूह के साथी हैं और चीन, अमेरिका का प्रतिद्वंदी भी है. ऐसे में चीन पर ट्रंप प्रशासन ने सख्ती दिखाई है. माना जा रहा है कि हिंद महासागर क्षेत्र में चीन के विस्तारवादी नीति को रोकने पर बातचीत होगी.  

  • स्वदेशी एलसीए मार्क-2 लड़ाकू विमान के इंजन पर बातचीत

भारत और अमेरिका के बीच एलसीए मार्क-2 फाइटर जेट के लिए जीई कंपनी के एफ-414 इंजन के सौदे को लेकर बातचीत चल रही है. भारत चाहता है कि इन इंजन का निर्माण मेक इन इंडिया के तहत देश में ही किया जाए. जीई कंपनी इन इंजन की 80 प्रतिशत तकनीक भारत को ट्रांसफर करने के साथ ही देश में ही निर्माण के लिए तैयार है.यह सौदा दोनों देशों के लिए बेहद अहम है. भारतीय वायु सेना के लिए तेजस मार्क टू फाइटर का इंजन इसी डील पर निर्भर है. दूसरी ओर अमेरिकी ट्रंप प्रशासन रक्षा सौदों में तेजी लाने का इच्छुक है. पहले भारत की मांग 58 प्रतिशत टैक्नोलॉजी ट्रांसफर की थी. अमेरिकी कंपनी की ओर से कीमत की मांग और भारतीय जरुरतों को देखते हुए एचएएल ने 80 प्रतिशत टैक्नोलॉजी ट्रांसफर पर जोर दिया है. उम्मीद की जा रही है कि प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका यात्रा में जीई 414 का सौदा हो सकता है. 

  • एमक्यूआई रीपर ड्रोन की डील, सप्लाई पर चर्चा

भारत और अमेरिका के बीच घातक अमेरिकी ड्रोन एमक्यूआई रीपर खरीदने की डील हुई है. माना जा रहा है कि भारत-अमेरिका के सामने रीपर ड्रोन के जल्द से जल्द सप्लाई की मांग कर सकता है.

  • ट्रेड, टेक्नोलॉजी और टैरिफ पर चर्चा 

भारत और अमेरिका के बीच व्यापार एक अहम विषय है. दोनों देशों के बीच मजबूत व्यापारिक संबंध हैं. आज की मुलाकात में दोनों के बीच टैरिफ को लेकर भी चर्चा होगी. ट्रंप ने कनाडा, मेक्सिको और चीन जैसे देशों पर टैरिफ लगाया है. हालांकि भारत के खिलाफ ऐसे किसी टैरिफ का ऐलान नहीं किया गया है. माना जा रहा है ट्रंप टैरिफ को लेकर बातचीत कर सकते हैं और भारत भी अपना पक्ष रखेगा. 

  • अमेरिका से तेल खरीदने पर चर्चा                

 पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप के बीच एक अहम मुद्दा तेल का हो सकता है. रूस-यूक्रेन के युद्ध के दौरान भारत ने तमाम दबावों के बावजूद रूस से तेल खरीदकर आर्थिक मदद पहुंचा रहा है. ऐसे में अमेरिकी राष्ट्रपति अपने द्विपक्षीय वार्ता में तेल खरीदने की पेशकश कर सकते हैं.

  • रूस-यूक्रेन युद्ध और मिडिल ईस्ट पर चर्चा

पीएम मोदी की दोस्ती जितनी ट्रंप के साथ गहरी है, ठीक वैसा ही याराना रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी है. पुतिन इस बात की इच्छा जता चुके हैं कि भारत की मध्यस्थता से युद्ध रुकवाया जा सकता है. पीएम मोदी भी डोनाल्ड ट्रंप की तरह युद्ध खत्म करने के पक्ष में हैं. माना जा रहा है कि पीएम मोदी और ट्रंप के बीच युद्ध रुकवाने को लेकर मंथन किया जा सकता है. इसके अलावा फिलिस्तीनी लोगों को दूसरे स्थान पर बसाने को लेकर भी ट्रंप अपने प्लान पीएम मोदी के सामने रखकर समर्थन मांग सकते हैं.

  • क्वाड सम्मेलन पर चर्चा, पीएम देंगे ट्रंप को भारत आने का न्योता

क्वाड सम्मेलन इस साल भारत में होना है. पीएम मोदी राष्ट्रपति ट्रंप को इसमें शामिल होने का न्योता दे सकते हैं. क्वाड भारत,अमेरिका,जापान और ऑस्ट्रेलिया का समूह है. क्वाड कितना अहम है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि ट्रंप के शपथग्रहण के अगले ही दिन अमेरिकी विदेश मंत्री ने क्वाड समूह के साथ अहम बैठक की थी.

  • प्रवासी भारतीयों की वापसी के तरीके पर चर्चा

माना जा रहा है कि पीएम मोदी, ट्रंप के सामने अवैध भारतीयों के सैन्य विमान में हथकड़ी लगाकर वापसी के मुद्दे को उठा सकते हैं. भारत में इसे लेकर बहुत कंट्रोवर्सी हुई थी. माना जा रहा है कि भारत, अमेरिका को ये ऑफर दे सकता है कि अवैध तरीके से रह रहे लोगों को यात्री विमान में भेजा जाए. हालांकि विदेश मंत्रालय ने इसे सही ठहराते हुए एसओपी बताया था. लेकिन विदेश मंत्रालय ने साथ ही ये कहा था कि किसी भी भारतीयों के साथ दुर्व्यव्हार को लेकर अमेरिका के संपर्क में हैं.

डोनाल्ड ट्रंप, पीएम मोदी के डिनर की आगवानी करने वाले हैं. होने वाली इस मुलाकात पर पूरी दुनिया की नजर है खासतौर से चीन और पाकिस्तान की. क्योंकि दोनों ही देशों के खिलाफ डोनाल्ड ट्रंप सख्त हैं, और ट्रंप का ये रुख भारत के पक्ष में है. ट्रंप के साथ डिनर के दौरान एलन मस्क भी मौजूद रहेंगे, माना जा रहा है कि पीएम मोदी और एलन मस्क के बीच भी बातचीत होगी, जिससे टेस्ला के भारत में आने का रास्ता साफ हो सकता है. 

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