कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के करीबी सैम पित्रोदा ने एक बार फिर दिया है विवादित बयान. कांग्रेस ओवरसीज के अध्यक्ष पित्रोदा ने चीन को दुश्मन मानने से ही इंकार कर दिया है और कहा है कि चीन के साथ विवाद को बढ़ा-चढ़ाकर पेश करना बंद कर देना चाहिए.
भारत-चीन के विवाद में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मध्यस्थता वाले बयान पर सैम पित्रोदा ने चीन का पक्ष लेते हुए कुछ ऐसा कह दिया है, जो कांग्रेस को निगलते नहीं बन रहा. क्योंकि बीजेपी अक्सर राहुल गांधी और कांग्रेस की चीन के साथ सांठ गांठ का आरोप लगाती रहती है. ऐसे में सैम पित्रोदा ने ये कहकर नए विवाद को जन्म दे दिया है कि, “मैं चीन से खतरे को नहीं समझ पा रहा हूं. मुझे लगता है कि इस मुद्दे को अक्सर बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जाता है, क्योंकि अमेरिका में दुश्मन को परिभाषित करने की प्रवृत्ति है.”
बीजेपी ने सैम पित्रोदा के जरिए कांग्रेस को कटघरे में खड़ा किया है. बीजेपी ने कहा है कि “सैम पित्रोदा ने चीन के साथ संबंधों पर कांग्रेस की पोल खोल दी.” आनन-फानन में कांग्रेस को सैम पित्रोदा के बयान से पल्ला झाड़ना पड़ गया है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा, “चीन, भारत के लिए बड़ी चुनौती है.”
चीन नहीं है भारत का दुश्मन, मिलकर करें काम: सैम पित्रोदा
कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा ने कहा, “मेरा मानना है कि अब समय आ गया है कि सभी देश आपस में सहयोग करें, टकराव नहीं. हमारा दृष्टिकोण शुरू से ही टकराव वाला रहा है और इस रवैये से दुश्मन पैदा होते हैं जो बदले में देश के अंदर समर्थन जुटाते हैं. हमें इस पैटर्न को बदलने की जरूरत है और यह मानना बंद करना होगा कि चीन पहले दिन से ही दुश्मन है. यह न केवल चीन के लिए बल्कि सभी के लिए अनुचित है. अब वक्त आ गया है कि हम बातचीत बढ़ाना सीखें. सहयोग करें, सहकारिता करें और सह-निर्माण करें, सिर्फ आदेश और नियंत्रण ही नहीं. कमांड और कंट्रोल की मानसिकता से बाहर निकलना चाहिए, चीन चारों ओर है, हमें चीन को पहचानना होगा, हमें सीखने और समझने की जरूरत है.”
पित्रोदा के विचार, कांग्रेस के नहीं, चीन है चुनौती: जयराम रमेश
कांग्रेस ने सैम पित्रोदा के बयान से किनारा कर लिया है. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक्स पर लिखा,”सैम पित्रोदा ने चीन पर जो कुछ भी कहा, वह निश्चित तौर पर कांग्रेस का विचार नहीं है. चीन हमारी विदेश नीति, बाहरी सुरक्षा के साथ-साथ आर्थिक चुनौती भी है. कांग्रेस ने चीन के प्रति मोदी सरकार के दृष्टिकोण पर बार-बार सवाल उठाए हैं. हमने तब भी सवाल उठाए, जब पीएम मोदी ने 19 जून, 2020 को सार्वजनिक तौर पर चीन को क्लीन चिट दे दी. 28 जनवरी को भी हमने सवाल उठाए. यह बेहद अफसोसजनक है कि संसद में इस पर चर्चा करने का मौका नहीं दिया जाता.”
सैम पित्रोदा ने कांग्रेस के चीन से समझौते की पोल खोली: बीजेपी
सैम पित्रोदा के बयान पर बीजेपी ने कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधा है. बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने प्रेसकॉन्फ्रेंस करके कहा, “पित्रोदा ने कांग्रेस पार्टी के चीन के साथ समझौते की पोल खोल दी है. पित्रोदा ने जिस तरह से बात कही है, वह भारत की अस्मिता, कूटनीति और संप्रभुता पर गहरा आघात है. गलवान में हमारे 20 जवान वीरगति को प्राप्त हुए और उसके बाद अगर आपके ओवरसीज अध्यक्ष ऐसी भाषा बोलते हैं तो यह निंदनीय है. राहुल गांधी ने भी विदेश में ऐसे कई बयान दिए हैं, कुछ समय पहले अपने विदेश दौरे पर राहुल ने कहा था कि चीन ने बेरोजगारी की समस्या का बहुत अच्छे से समाधान किया है.” (https://x.com/BJP4India/status/1891427371841900858)
पित्रोदा का विवादों से नाता, पूर्वी भारतीयों को बताया था चीनी जैसा दिखने वाला
कुछ महीनों पहले सैम पित्रोदा ने भारत में पूर्व के लोगों चीनी जैसा दिखने वाला बताया था. पित्रोदा ने कहा था, “पूर्वी लोग चीनी जैसे लगते हैं तो दक्षिण में लोग अफ्रीकी लगते हैं. वहीं पश्चिम में लोग अरबी लगते हैं और उत्तर भारतीय गोरे होते हैं.”
बीजेपी ने इस मुद्दे पर भी कांग्रेस को जबरदस्त घेरा था. बीजेपी ने कहा था कि, “कांग्रेस नेताओं को हमारे लोग चीनियो जैसे नजर आते हैं. उन्हें हमारे साउथ के लोग अफ्रीकी लगते हैं.
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने ऐसे में कहा था, ‘सैम भाई, मैं उत्तर पूर्व से हूं और मैं भारतीय जैसा ही लगता हूं. भारत एक विविधता भरा देश हैं, हम अलग दिख सकते हैं, लेकिन हम सब एक हैं. हमारे देश के बारे में थोड़ा तो समझ लो.”