बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस पर करारा वार किया है. शेख हसीना ने मोहम्मद यूनुस को सीधे तौर से बांग्लादेश को ‘टेररिस्ट स्टेट’ बनाने का संगीन इल्जाम लगाया है.
शेख हसीना पिछले साल 5 अगस्त से भारत में शरण लिए हुए हैं, और अपनी पार्टी अवामी लीग को मजबूत करने में जुटी हैं. शेख हसीना ने उन पुलिसकर्मियों की विधवाओं के साथ एक वर्चुअल संवाद किया, जिनके पति प्रदर्शनकारियों के हमलों में मारे गए थे. इस दौरान शेख हसीना ने बांग्लादेश के मौजूदा हालात और नोबेल शांति पुरस्कार जीतने वाले यूनुस पर तगड़ा प्रहार किया.
नोबल पुरस्कार विजेता ने बांग्लादेश को बनाया आतंकी राज्य: शेख हसीना
बांग्लादेश के पुलिसकर्मियों की विधवा पत्नियों से वर्चुअल संवाद में शेख हसीना ने उस प्रदर्शन को याद किया, जिसमें पुलिसकर्मियों की जान गई थी. शेख हसीना ने कहा, “यह सरकार को गिराने के लिए उसी साजिश का हिस्सा है, जिसके तहत धानमंडी में बांगबंधु मेमोरियल (राष्ट्रपिता शेख मुजीब के ऐतिहासिक निवास) को ध्वस्त किया गया. नोबेल पुरस्कार विजेता यूनुस ने देश को एक ‘टेररिस्ट स्टेट’ में तब्दील कर दिया है. जो लोग बांग्लादेश को आतंकवादी राज्य में बदल चुके हैं और जिनके कारण मानवाधिकारों का हनन हो रहा है, वे एक दिन कानून का सामना करेंगे.”
शेख हसीना ने कहा, “छह महीने से ज्यादा समय बीत चुका है, फिर भी हिंसा जारी है. अब मैंने सुना है कि ऑपरेशन डेविल हंट शुरू करेंगे. वह देश चलाने में असमर्थ हैं. अर्थव्यवस्था चौपट है, कानून और व्यवस्था बिगड़ रही है और सार्वजनिक सुरक्षा खतरे में है.”
मैं वापस लौटूंगी, और पुलिसकर्मियों की मौत का बदला लूंगी: शेख हसीना
शेख हसीना ने पुलिसकर्मियों के उन परिवारों की मदद का भरोसा दिया है, जिन्होंने प्रदर्शन के दौरान अपनी जान गंवाई थी. छात्र आंदोलन के दौरान सिराजगंज में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को निशाना बनाया गया था. वहां दर्जनभर से अधिक पुलिस अधिकारी मारे गए और कुछ के शवों को जला दिया गया था.
शेख हसीना ने कहा, “यूनुस की अंतरिम सरकार में एक स्वयंभू छात्र नेता है जो कहता है कि बिना पुलिसकर्मियों की हत्या के कोई क्रांति नहीं होती. हमें इस अराजकता को खत्म करना होगा. मैं लौटूंगी और हमारे पुलिसकर्मियों की मौतों का बदला लूंगी.”
शेख हसीना ने एक बार फिर कहा कि अगर वो जीवित हैं, तो बांग्लादेश की दोबारा सेवा करने के लिए हैं.
41 पुलिसकर्मी धरे गए
इस बीच बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने 41 ऐसे (पूर्व) पुलिसकर्मियों को चिंहित कर गिरफ्तार किया है, जिन पर पिछले साल विरोध-प्रदर्शन के दौरान ज्यादतियों का आरोप लगा है. यूनुस सरकार ने 1059 से ज्यादा ऐसे पुलिसकर्मियों की पहचान की है जिनपर प्रदर्शनकारियों के साथ क्रूर वर्ताव का आरोप है.
भारत रिश्ते सुधारना चाहता है, तो ये बातें माने: बीएनपी
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की पार्टी बीएनपी के नेता ने भारत के सामने तीन शर्तें रखी हैं. बांग्लादेश नेशनल पार्टी के जनरल सेक्रेटरी मिर्जा फखरुल इस्लाम आलमगीर ने कहा, “हम भारत को यह साफ कर देना चाहते हैं कि यदि आप बांग्लादेश के लोगों के साथ संबंध बनाए रखना चाहते हैं, तो आपको तीस्ता नदी के पानी में हमारा पूरा हिस्सा देना होगा, सीमा पर हमारे लोगों पर गोलीबारी बंद करनी होगी और हमारे प्रति बड़े भाई का रवैया छोड़ना होगा.”