पाकिस्तान में चल रही चैंपियंस ट्रॉफी पर मंडरा रहा है आतंकी खतरा. पाकिस्तान में तकरीबन तीन दशक बाद चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन किया जा रहा है. हालांकि इस टूर्नामेंट के कुछ मैच, (भारत के मैच) दुबई में खेले जा रहे हैं. चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर एक बड़ी खुफिया जानकारी मिली है.
खुफिया एजेंसियों को पाकिस्तान में चैंपियंस ट्रॉफी 2025 पर आईएसकेपी (इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत) समूह की ओर से आतंकी हमले की आशंका है. बताया जा रहा है कि भारतीय एजेंसियों ने भी पाकिस्तान को ऐसे हमले की संभावना के बारे में जानकारी दी है. आशंका जताई जा रहा है कि आतंकी मैच देखने आए विदेशियों का अपहरण कर सकते हैं, और उनको छोड़ने के ऐवज में फिरौती मांग सकते हैं. पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों को आतंकी संगठन विदेशियों के अपहरण की साजिश की जानकारी से नींद उड़ गई है.
चैंपियंस ट्राफी पर आतंकी साया, विदेशियों के किडनैपिंग का प्लान
खुफिया एजेंसियों ने ऐसी बातचीत सुनी है, जो पाकिस्तान के लिए चिंता का सबब बन सकता है. बताया जा रहा है कि आईएसकेपी के आतंकियों ने मैच देखने आने वाले विदेशियों के अपहरण की साजिश रची है. आशंका जताई जा रही है कि आतंकियों के टारगेट पर चीन के नागरिकों के अलावा सऊदी अरब के भी नागरिक हो सकते हैं, जो मैच देखने आने वाले हैं. चीन में पहले भी चीन के कर्मचारियों पर निशाना साधा जा चुका है. भारतीय एजेंसियों ने भी पाकिस्तान को आगाह किया है.
खुफिया सूचना मिलने के बाद एयरपोर्ट, स्टेडियम से लेकर रास्तों तक सिक्योरिटी बढ़ी दी है, जहां से विदेशी नागरिकों के आने की संभावना है.
पाकिस्तान में आतंकियों के निशाने पर चीनी नागरिक?
पाकिस्तान के खुफिया विभाग पीआईबी (पाकिस्तान खुफिया ब्यूरो) के मुताबिक, “आतंकी समूह आईएसकेपी शहर के उन बाहरी इलाकों में किराए पर घर लेने की प्लानिंग कर रहा है जहां सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हुए हैं और जहां केवल दुपहिया वाहन ही जा सकते हैं. आतंकी बंदरगाहों, हवाई अड्डों, ऑफिसों, और होटलों से विदेशी नागरिकों, खासकर चीनी और अरब लोगों को निशाना बनाने की प्लानिंग कर रहे हैं.”
पिछले साल ऐसी कई घटनाएं हुईं थीं, जिसमें चीनी नागरिकों को आतंकियों ने हमला किया था. ये वो चीनी नागरिक थे जो पाकिस्तान-चीन के प्रोजेक्ट से जुड़े हुए थे. इन हमलों को लेकर चीन के सामने पाकिस्तान की किरकिरी हुई थी, बात यहां तक पहुंच गई थी कि चीन अपने नागरिकों की सिक्योरिटी के लिए चीनी सेना पाकिस्तान में भेजने का प्लान करने लगा था.
साल 2009 में श्रीलंकाई टीम के बस पर हुआ था आतंकी हमला
मार्च 2009 की उन तस्वीरों को कोई नहीं भूल सकता है, जब टूर्नामेंट खेलने गए श्रीलंकाई क्रिकेटर्स पर आतंकी हमला किया गया था, उन्हें अपहरण करने की कोशिश की गई थी.
पाकिस्तान के लाहौर में गद्दाफी स्टेडियम के पास श्रीलंकाई क्रिकेटरों को ले जा रही एक बस पर 12 बंदूकधारियों ने गोलीबारी की थी. आतंकियों ने क्रिकटर्स के बस को उड़ाने की प्लानिंग की थी, आतंकी हमले में 7 खिलाड़ी घायल हुए थे.टीम के अनुभवी खिलाड़ी कुमार संगकारा को कंधे पर छर्रा लगा था, इसके अलावा महेला जयवर्धने की कमर के पास से गोली छूती हुई निकल गई थी, हमले में एक खिलाड़ी के पैर में गोली लगी थी.
हालात इस कदर खराब हो गए थे कि जैसे-तैसे सेना के हेलीकॉप्टर से खिलाड़ियों को स्टेडियम से एयरलिफ्ट किया गया था. इस घटना के बाद से पाकिस्तान में आईसीसी टूर्नामेंट बंद कर दिए गए थे. लेकिन अब कई सालों बाद पाकिस्तान को क्रिकेट की मेजबानी मिली है. पाकिस्तान चैंपियंस ट्रॉफी को अच्छे से ऑर्गेनाइज करके अपनी बेइज्जती का दाग भी धुलना चाहता है.