गाजा की तबाही के बाद आतंकी संगठन हमास पछता रहा है. हमास के खिलाफ अमेरिका और इजरायल की जुगलबंदी के बाद आतंकी संगठन कहता फिर रहा है कि इजरायल पर 7 अक्टूबर 2023 को हमला करना बड़ी भूल थी.
हमास के विदेश मामलों के चीफ मूसा अबू मारजूक ने कतर में कहा है कि “अगर मालूम होता इजरायल पर हमले का ऐसा (गाजा की बर्बादी का) परिणाम होगा तो कभी ऐसा नहीं करता.” अब जब 45 हजार से ज्यादा जानें चली गई हैं. गाजा के लोगों के विस्थापन का खतरा मंडरा रहा है, हमास के गिने चुने लड़ाके बचे हैं तब हमास हमले को ब्लंडर मान रहा है.
हमें पता नहीं था, कि इजरायल ऐसे बदला लेगा: हमास लीडर
हमास लीडर मूसा अबू मारजूक ने कहा है, “ऐसा नहीं है कि ये किसी को मालूम नहीं था कि हमास अटैक करेगा तो ये नहीं होगा. सबको इसका परिणाम पता था. लेकिन इजरायल ये हाल करेगा, इतनी बड़ी तबाही मचेगी, तो मैं कभी इस हमले का समर्थन नहीं करता. इजरायल पर हमले का परिणाम ये हुआ कि गाजा की इमारतें तबाह हो गईं और हजारों मासूमों की जान चली गई.”
संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों पर गौर किया जाए तो गाजा में 70 प्रतिशत इमारतें ध्वस्त हो चुकी हैं, 20 लाख फिलिस्तीनियों को गाजा छोड़कर भागना पड़ा है.
मूसा अबू मारजूक के बयान से हुई किरकिरी तो हमास ने दी सफाई
हमास प्रवक्ता ने सीनियर लीडर मूसा अबू मारजूक के बयान पर सफाई देते हुए कहा कि “उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया गया है. उन्होंने ऐसा नहीं कहा है.”
हमास पर भड़का इजरायल, नहीं की 600 फिलिस्तीनियों की रिहाई
19 जनवरी से इजरायल-हमास के बीच सीजफायर का पहला चरण शुरु हुआ है. जिसके तहत इजरायली बंधकों को हमास ने छोड़ा है, तो इजरायल ने फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया है.
पिछले शनिवार को 6 बंधकों को छोड़े जाने के बाद फिलिस्तीन के 600 कैदियों को रिहा किया जाना था, लेकिन बंधकों की सम्मानजनक रिहाई न होने से गुस्साए इजरायल ने 600 से ज्यादा कैदियों को रिहा करने से मना कर दिया है.