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मणिपुर में हथियार लौटाने की डेडलाइन खत्म, मैतई ग्रुप ने लौटाए हथियार

मणिपुर के राज्यपाल अजय भल्ला के अल्टीमेटम के आखिरी दिन मैतई ग्रुप ने बड़ी संख्या में सुरक्षाबलों से लूटे गए हथियार और दूसरा साजो-सामान लौटा दिया है. सुरक्षाबलों से लूटे दर्जनों हेलमेट, जूते, हथियार और बुलेटप्रूफ जैकेट वाली तस्वीरें भी मणिपुर से सामने आई हैं.

राज्यपाल ने लूटे गए हथियारों, गोला बारूद और सामान को आत्मसमर्पण करने का आह्वान किया था. जिसके बाद अब सरेंडर की समय सीमा खत्म होने से पहले मैतेई ग्रुप ने अपने 246 अवैध हथियारों को सरेंडर कर दिया है. 6 अलग-अलग जिलों से भी हथियार सरेंडर किए गए हैं.

मैतई ने सरेंडर किए गोला बारूद, हेलमेट और लूटे गए हथियार

मैतई समुदाय ने राज्यपाल अजय भल्ला से मुलाकात करने के बाद सशर्त सुरक्षाबलों से लूटे गए हथियार, गोला बारूद, जूते, बुलेटप्रूफ जैकेट्स आदि सरेंडर कर दिया है. हथियार सरेंडर करने के लिए दी गई सात दिन की अवधि समाप्त होने से पहले ही कांगपोकपी, इंफाल पूर्व, बिष्णुपुर, थौबल, इंफाल पश्चिम और काकचिंग जिलों में कुल 104 हथियार सरेंडर किए गए. मैतेई ग्रुप अरामबाई टेंगगोल ने भी 246 हथियार सरेंडर कर दिए. 

लूटे गए सामानों के सरेंडर से पहले रिवाइवलिस्ट सांस्कृतिक संगठन अरामबाई टेंगगोल की एक टीम ने राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात की, जिसमें इसके कमांडर-इन-चीफ टायसन न्गांगबाम उर्फ कोरोंगनबा खुमान, जनसंपर्क अधिकारी रॉबिन मंगंग खवाईराकाम और दो अन्य शामिल थे. 

बताया जा रहा है कि बंद कमरे में करीब एक घंटे चली इस बैठक के बाद मैतई ग्रुप के जनसंपर्क अधिकारी रॉबिन मंगंग ने मीडिया से कहा,” अरामबाई टेंगोल की टीम ने मणिपुर के नवनियुक्त राज्यपाल के साथ ‘सार्थक चर्चा’ की.  राज्यपाल ने हमसे अवैध रूप से रखे गए हथियारों को भी सरेंडर करने का अनुरोध किया. हालांकि, हमने कुछ नियम और शर्तें रखीं.” (https://x.com/tridipkmandal/status/1895064943533109325)

मई 2023 को हिंसा भड़कने के बाद लूटे गए थे हथियार, गोला बारूद

3 मई 2023 को हिंसा भड़कने के बाद से बिष्णुपुर और चुराचांदपुर की सीमा से लगे एक गांव तोरबंग में अत्याधुनिक असॉल्ट राइफलों से लैस हथियारबंद बदमाशों को प्रदर्शन करते देखा गया था. बताया जा रहा है कि मणिपुर हिंसा में अबतक 6000 से ज्यादा हथियार, गोला बारूद और दूसरे संवेदनशील सामग्रियां सुरक्षाबलों से लूटी गई थी, जिनमें से 2000 से ज्यादा हथियार वापस लौटा दिए गए हैं. 

राज्यपाल के अल्टीमेटम का दिखा असर

20 फरवरी को राज्यपाल अजय भल्ला ने मणिपुर के सभी समुदायों के लोगों से लूटे गए अवैध हथियारों को सात दिन के अंदर सरेंडर करने की अपील की थी. साथ ही उन्होंने आश्वासन दिया कि हथियार लौटाने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी. राज्यपाल की इस अपील का असर देखा गया है, पिछले सात दिनों में अलग-अलग इलाकों और अलग-अलग समुदायों ने लूटे गए हथियार सरेंडर किए हैं.  

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