जम्मू कश्मीर के कठुआ में पिछले चार दिनों से लापता तीन लोगों के शव मिलने से सनसनी फैल गई है. माना जा रहा है आतंकियों ने तीनों की अगवा करने के बाद निर्मम हत्या कर दी है. केंद्रीय मंत्री और स्थानीय सांसद डॉ. जितेंद्र सिंह ने घटना के पीछे आतंकियों की करतूत होने की बात स्वीकार की है.
राज्य की कानून-व्यवस्था की समीक्षा करने के लिए रविवार को खुद केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन जम्मू पहुंच रहे हैं.
शनिवार को कठुआ में तीन लापता लोगों के शव बरामद किए गए थे, जिन तीन लोगों के शव मिले हैं, उनमें एक 14 साल का बच्चा भी शामिल है. संदिग्ध परिस्थितियों में गायब होने और फिर शव बरामद होने से तनाव है. अब इसके पीछे आतंकियों का हाथ आने से लोगों में दहशत के साथ-साथ आक्रोश भी है. पिछले महीने भी इसी इलाके से दो अन्य लोगों के शव मिले थे.
आतंकियों द्वारा निर्मम हत्या करना चिंता का विषय: डॉ. जितेंद्र सिंह
केंद्रीय राज्य मंत्री और कठुआ के सांसद डॉ जितेंद्र सिंह ने तीन लोगों के शव बरामद होने पर प्रतिक्रिया दी है. जितेंद्र सिंह ने हत्या के पीछे आतंकियों का हाथ बताया है. जितेंद्र सिंह ने ‘एक्स’ हैंडल पर लिखा, “जिला कठुआ के बनी क्षेत्र में 3 युवाओं की आतंकियों द्वारा निर्मम हत्या अत्यंत दुखद होने के साथ-साथ एक बड़ी चिंता का विषय है. इस शांतिपूर्ण क्षेत्र में माहौल बिगाड़ने के पीछे गहरा षड्यंत्र दिखाई देता है. इस विषय में संबंधित अधिकारियों से हमारी चर्चा हुई है. केंद्रीय गृह सचिव स्वयं जम्मू पहुंच रहे हैं ताकि स्थिति का मौके पर जायजा लिया जा सके. मुझे विश्वास है, यह सुनिश्चित किया जाएगा कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों और लोगों का विश्वास मजबूत बना रहे.”
कठुआ में हुई पूरी घटना क्या है?
शनिवार को कठुआ में तीन लापता लोगों के शव बिलिवार की ऊपरी पहाड़ियों पर मिले, जो कि आतंक प्रभावित इलाका माना जाता है. जिन लोगों के शव मिले, उनमें 40 वर्षीय दर्शन सिंह, 35 वर्षीय जोगेश सिंह और 14 वर्षीय वरुण सिंह थे. तीनों 6 मार्च (गुरुवार) की रात करीब 8:30 बजे एक शादी में शामिल होने के लिए निकले थे. इसके बाद से ही तीनों लापता थे. लापता लोगों में से एक ने दो दिन पहले अपने परिवार से संपर्क किया था कि वो शादी से वापस आते समय जंगल में रास्ता भटक गए हैं.
लापता लोगों की तलाश में सेना और पुलिस जुटे हुए थे. ऊपरी इलाकों में तलाश के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया गया. कई घंटों की मशक्कत के बाद लोहाई मल्हार इलाके में पहाड़ी नाले के पास तीनों के शव बरामद किए गए.
जिस इलाके से मिले शव, आतंक प्रभावित इलाका है
बताया जाता है कि जिस जंगल में लोग भटके और जिस नाले के इलाके में शव मिला है, वो आतंक प्रभावित है. बताया जाता है कि इस इलाके में आतंकवादी की मौजूदगी रहती है, जिनके खिलाफ समय-समय पर ऑपरेशन चलाया जाता रहा है. पिछले महीने भी इस इलाके में दो लोगों के शव पाए गए थे.बिलावर के इलाके में एक महीने में हत्या की दूसरी वारदात से लोगों में गुस्सा है. संगठनों ने रविवार को बिलावर बंद किया. प्रशासन ने लोगों से शांति की अपील की है. विधानसभा में भी इस मुद्दे को उठाया गया है, बीजेपी विधायक सतीश शर्मा ने उमर सरकार से जवाब मांगा है.